अलवर (हिंस)। शहर के बस स्टैंड रोड स्थित बाबा दा पराठा ढाबे की कुछ दिन पहले सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुई थी। वीडियो में बरसात के दौरान बहते हुए गंदे पानी से आलू धोते हुए कर्मचारी दिख रहे थे। इसकी वीडियो किसी ने बनाकर सोशल मीडिया पर अपलोडकर दी जो बहुत तेजी से वायरल हुई। इसके बाद अलवर का खाद्य सुरक्षा विभाग जागा और शुक्रवार को बस स्टैंड के पास जांच करने के लिए पहुंचा। जांच अधिकारी केशव गोयल ने बताया कि बाबा दा पराठा का वीडियो वायरल हुआ था। इसके बाद हम आज जांच करने पहुंचे हैं। जांच के दौरान ढाबे पर ढेर सारी गंदगी मिली है। फ्रिज के अंदर दो-चार इंची फफूंद जमी हुई थी। पानी को ढककर नहीं रखा गया । खाद्य सामग्री भी खुले में रखी हुई थी। यहां से दही और पनीर का सैंपल लिया गया है। ढाबे पर काम करने वाले कर्मचारियों का हेल्थ सर्टिफिकेट भी नहीं मिला। ऐसे में 15 दिन का इंप्रूवमेंट नोटिस दिया गया है। अगर फिर भी सुधार नहीं होता तो विभाग द्वारा लाइसेंस निरस्त कर दिया जाएगा। इसके अलावा हनुमान ढाबा पर टीम पहुंची तो पन्नी में करीब 22 किलो फफूंद लगी गोभी मिली। जिसे नष्ट कराया गया। यहां से टीम ने पनीर का सैंपल लिया। साथ ही सफाई रखने के निर्देश दिए । अग्रवाल ढाबे पर भी टीम जांच करने के लिए पहुंची। यहां सफाई मिली लेकिन फूड लाइसेंस लगाया हुआ नहीं था उसे लगाने के लिए पाबंद किया गया। अधिकारियों ने ढाबे संचालकों को साफ सफाई के रखने के निर्देश दिए हैं।