गुवाहाटी (हिंस) । उच्चतम् न्यायालय द्वारा नागरिकता अधिनियम की धारा 6ए की वैधता को बरकरार रखने के फैसले का स्वागत करते हुए प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष भूपेन कुमार बोरा ने इसे असमिया लोगों के लिए ऐतिहासिक फैसला बताया है। आज मीडिया से बातचीत करते हुए कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि सन् 1985 में तत्कालीन प्रधानमंत्री तथा कांग्रेस नेता राजीव गांधी ने असम समझौता किया था। कांग्रेस शुरू से ही असम समझते के हर एक धारा को लागू करने के पक्ष में रही है। कांग्रेस नेता ने कहा कि 25 मार्च, 1971 तक दूसरे देशों से असम में आनेवाले लोगों को नागरिकता देने का निर्णय उस समय सामूहिक रूप से लिया गया था। उन्होंने कहा कि असम समझौते को लेकर स्थानीय सभी राजनीतिक पार्टियों ने उन दिनों सहमति व्यक्ति थी। भाजपा के तत्कालीन सांसद तथा पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने भी इस समझौते का स्वागत किया था । कांग्रेस अध्यक्ष ने आरोप लगाया कि वर्तमान मुख्यमंत्री डॉ. हिमंत विश्व शर्मा भाजपा में शामिल होने के बाद से असम समझौते को लेकर विभिन्न प्रकार की बातें करते हैं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री डॉ. शर्मा असम समझौता को लेकर मतभेद तथा भ्रम फैलाने की कोशिश कर रहे हैं। इस दौरान कांग्रेस अध्यक्ष ने मुख्यमंत्री डॉ. शर्मा पर कई अन्य आरोप भी लगाए।