गुवाहाटी । महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे देश के प्रसिद्ध शक्ति पीठ कामाख्या मंदिर के दर्शन के लिए असम के दौरे पर हैं। गुवाहाटी पहुंचने के बाद उन्होंने बुधवार को पत्रकारों से बात की और कहा कि मैं यहां मां कामाख्या के दर्शन के लिए आया हूं। उनका आशीर्वाद लूंगा । कामाख्या मंदिर में पूजा-अर्चना करने के बाद शिंदे ने कहा कि मैं पिछली बार भी यहां आया था। मैं सरकार बनने से पहले और सरकार बनने के बाद यहां आया था। इस बार भी मैं यहां आया हूं। लोग हमारे द्वारा किए गए काम के आधार पर महायुति को वोट देंगे । हमने वो काम शुरू किया जिसे महा विकास अघाड़ी ने रोक दिया था और लोग देख रहे हैं कि विकास तेजी से हो रहा है। हमारी सरकार आम लोगों की है और इसलिए उन्हें इसका लाभ मिलना चाहिए और हमने उसी हिसाब से काम किया है। महाराष्ट्र की जनता महायुति को चुनाव जिताएगी। वहीं शिवसेना-यूबीटी के सांसद संजय राउत ने एकनाथ शिंदे के कामाख्या मंदिर जाने पर प्रतिक्रिया दी है। संजय राउत ने कहा कि वह वहां जाकर भैंस काट रहे हैं। रात को हमारी नींद खुल गई। वहां से आक्रोश चारों ओर यहां महाराष्ट्र में पहुंच रहा है। इतना भी प्राणी हत्या ठीक नहीं है। मानवता का कोई धर्म है या नहीं। भगवान के नाम पर वह जाते हैं और पशु हत्या करते हैं। इस देश में यह क्या चल रहा है। शिवसेना – यूबीटी नेता ने कहा कि यह कितने बड़े मुख्यमंत्री हैं जहां महात्मा फुले, डॉक्टर बाबासाहेब आंबेडकर, प्रबोधनकार ठाकरे जैसे लोग पैदा हुए हैं और सरकार के विरोध में अपना आंदोलन चलाया था। इस महाराष्ट्र में एक राज्य का मुख्यमंत्री जाकर पशु की बलि चढ़ाता है। उधर, असम पहुंचने पर एकनाथ शिंदे ने शिवसेना के प्रत्याशियों की घोषणा को लेकर कहा कि पहली लिस्ट आई है और दूसरी भी आ जाएगी। फिर चुनाव आ जाएगा फिर चुनाव लड़ेंगे और महायुति बड़े ताकत से जीतेगी। महाराष्ट्र का सीएम बनने के पहले और बाद में भी एकनाथ शिंदे कामाख्या मंदिर के दर्शन के लिए आए थे। एकनाथ शिंदे ने 30 जून 2022 को भाजपा के समर्थन से महाराष्ट्र के सीएम के रूप में शपथ ली थी। इसके बाद उसी साल नवंबर में कामाख्या देवी के दर्शन के लिए गुवाहाटी पहुंचे थे। ऐसे में एक बार फिस से वे गुवाहाटी आए हैं। बता दें कि महाराष्ट्र में होने वाले चुनाव के लिए शिंदे की पार्टी ने 45 सीटों पर प्रत्याशियों के नाम की घोषणा कर दी है। एकनाथ शिंदे कोपरी पाचपाखाड़ी सीट से चुनाव मैदान में हैं।