
मुंबई (ईएमएस)। मशहूर लेखिका और पूर्व अभिनेत्री ट्विंकल खन्ना अपने नवीनतम पुस्तक वाचन सत्र के लिए यहां पहुंचीं। रैफल्स उदयपुर के भव्य राइटर्स बार में आयोजित इस कार्यक्रम में साहित्य प्रेमियों का हुजूम उमड़ पड़ा। एक्ट्रेस ट्विंकल खन्ना, जो कभी बॉलीवुड में स्टारडम की चमक थी, अब साहित्य के क्षितिज पर नई ऊंचाइयां छू रही हैं। उनकी नवीनतम किताब वेलकम टू पैराडाइज के कुछ अंश जब उनकी आवाज में गूंजे, तो श्रोता मंत्रमुग्ध हो गए। किताब के शब्दों और ध्वनिक संगीत सुरों ने ऐसा समां बांधा कि कुछ लोगों को लगा मानो अगले ही पल बैकग्राउंड में कोई डांस सीक्वेंस भी शुरू हो जाएगा! राइटर्स बार की साज-सज्जा भी किसी भव्य फिल्मी सेट से कम नहीं थी- औपनिवेशिक शैली की भव्यता, झूमरों की मद्धम रोशनी और 3,000 से अधिक किताबों का समृद्ध संग्रह । पुस्तकालय में सजी किताबें भी जैसे वहां मौजूद लोगों को छेड़ते हुए कह रही थीं, अरे भाई, हमें भी पढ़ लो, सिर्फ सेल्फीमत लो ! अपने लेखन यात्रा के बारे में बात करते हुए ट्विंकल खन्ना ने कहा, लेखन एक कला है, जिसमें कल्पना की चुटकी, व्यंग्य का तड़का और ह्यूमर की धीमी आंच पर पकाई गई कहानियां मिलाई जाती हैं। उनकी इस शैली ने श्रोताओं को सोचने पर मजबूर कर दिया कि साहित्य में हास्य और व्यंग्य कैसे एक नई जान डाल सकते हैं। रैफल्स उदयपुर के महाप्रबंधक राजेश नाम्बी ने इस कार्यक्रम को प्रेरणादायक बताया। वहां मौजूद साहित्यप्रेमियों की गहन चचाओं को देखकर ऐसा लग रहा था कि वे किसी गंभीर सामाजिक मुद्दे का हल निकालने वाले हैं या फिर बस यह तय कर रहे हैं कि चाय के साथ कौन सा स्नैक्स ज्यादा स्वादिष्ट रहेगा ! कार्यक्रम के अंत में ट्विंकल खन्ना ने अपनी किताबों पर ऑटोग्राफ दिए, और साहित्यिक संवाद के साथ-साथ हाई-टी का भी भरपूर आनंद लिया गया। वहां मौजूद लोग चाय की चु- स्कियों के बीच मन ही मन सोच रहे थे, अगर हर साहित्यिक आयोजन ऐसा हो, तो कौन कहेगा कि पढ़ाई- लिखाई बोरिंग होती है ? रैफल्स उदयपुर में आयोजित इस सत्र ने यह साबित कर दिया कि जब साहित्य में ग्लैमर और ह्यूमर का सही मिश्रण हो, तो पढ़ना भी एक स्टाइल स्टेटमेंट बन सकता है।
