धौलपुर ( हिंस) । तीर्थराज मचकुंड सरोवर का वार्षिक लक्खी मेला सोमवार को पर्व स्नान के साथ संपन्न हो गया। दो दिन तक चले मेले में बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने पवित्र सरोवर में डुबकी लगाई । मचकुंड मेले के दौरान श्रद्धालुओं की सुविधा और सुरक्षा के लिए प्रशासन की ओर से माकूल इंतजाम किए गए थे। पूर्वी राजस्थान के लक्खी मेलों में शुमार मचकुंड मेले में आज देवछठ के मौके पर पर्व स्नान हुआ। मेले में श्रद्धालुओं के पंहुचने का क्रम ऋषि पंचमी से ही शुरू हो गया था, जो आज शाम तक जारी रहा। श्रद्धालुओं ने अल सुबह मचकुंड सरोवर में पवित्र स्नान किया । इसके बाद पूरे विधि विधान के साथ में नव दंपत्ति के मौहर और मौहरियां जल में विसर्जित कीं। इस दौरान महिलाओं ने परम्परागत रुप से मंगल गीत गाए तथा सरोवर के किनारों पर बने मंदिरों पर पूजा अर्चना भी की। सबसे ज्यादा भीड लाडली जगमोहन मंदिर, रानी गुरू मंदिर, पुरानी छावनी वालों के मंदिर और प्राचीन जगन्नाथ मंदिर में रही । मेले में श्रद्धालुओं की भारी तादाद के कारण मचकुंड सरोवर के किनारे बने घाटों पर तिल रखने को भी जगह नहीं बची थी। ऐसा ही हाल परिक्रमा मार्ग में बने प्राचीन बरामदों और मंदिरों का भी रहा । श्रद्धालुओं ने पूरी आस्था और विस्वास के साथ में मचकुंड महाराज की आरती उतारी तथा परिक्रमा भी लगाई। परिक्रमा के दौरान श्रद्धालुओं ने गुरूद्वारा शेर शिकार दाताबंदी छोड में आयोजित लंगर में प्रसाद ग्रहण किया तथा वापसी में शाह अब्दाल शाह बाबा के दरबार में अपनी हाजिरी भी लगाई। मचकुंड मेले के दौरान जिलाधिकारी श्रीनिधि बी टी और एसपी सुमित मेहरडा ने व्यवस्थाओं का जायजा लिया। मेले के दौरान विभिन्न सामाजिक और व्यापारिक संस्थाओं की ओर से भण्डारे में भोजन तथा पेयजल की व्यवस्था की गई। मचकुंड मेले में पुलिस, आरएसी तथा होमगार्ड के अलावा यातायात पुलिस तथा सकाउट की टीम ने व्यवस्थाएं संभाली।