वर्ष 2032 तक बिजली पारेषण ढांचे पर 9.12 लाख करोड़ खर्च करने की योजना

नई दिल्ली। देश में 2032 तक बिजली पारेषण बुनियादी ढांचे की क्षमता बढ़ाने के लिए सरकार ने कुल 9.12 लाख करोड़ रुपए का योजना बनाई है। बिजली राज्य मंत्री श्रीपद येसो नाइक ने संसद में इसकी जानकारी दी। राष्ट्रीय विद्युत योजना ( पारेषण) के अनुसार 10 साल की अवधि में 1,91,474 सीकेएम पारेषण लाइन और 1274 जीवीए ट्रांसफॉर्मेशन क्षमता जोड़ी जाएगी। इसके साथ ही 33.25 गीगावाट एचवीडीसी बाइ- पोल लिंक की भी योजना है। नाइक ने बताया कि कुल 9, 16, 142 करोड़ रुपए का खर्च योजना पर होने की संभावना है। परमाणु ऊर्जा क्षमता निर्माणाधीन है और नवीकरणीय ऊर्जा परियोजनाएं भी चल रही हैं। 2031-32 तक 7,300 मेगावाट परमाणु ऊर्जा क्षमता निर्माणाधीन है, जबकि 31 अक्टूबर, 2024 तक 1,27,050 मेगावाट नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता कार्यान्वयन के अधीन है। सरकार ने वर्ष 2022-23 से वर्ष 2031-32 तक देश में बिजली व्यवस्था को मजबूत बनाने के लिए यह कदम उठाया है।

वर्ष 2032 तक बिजली पारेषण ढांचे पर 9.12 लाख करोड़ खर्च करने की योजना
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