पटना, 22 नवम्बर (हि.स.)। बिहार के लखीसराय में सनकी आशीष चौधरी द्वारा सोमवार यानी छठ पूजा के दूसरे दिन ताबड़तोड़ फायरिंग कर एक ही परिवार के छह लोगों को गोलियों से भून देने के मामले में पुलिस ने लाइनर सहित दो लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। इस घटना में आज एक और की मौत हो गई है। जिससे मृतकों की संख्या चार हो गई है। इस घटना में दो भाई चंदन झा एवं राजनंदन झा के साथ बहन दुर्गा झा और बहू प्रीति झा समेत चार सदस्यों की मौत हो चुकी है।मामले में दो लोगों की गिरफ्तारी के बाद पुलिस मुख्य आरोपित आशीष चौधरी की खोज कर रही है।
घटना के विरोध में भाजपा द्वारा लखीसराय बंद मंगलवार को स्वत: स्फूर्त रहा। इस घटना को लेकर नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा के नेतृत्व में भाजपा की टीम ने लखीसराय पहुंचकर पीड़ित परिवार से मिलकर उन्हें न्याय का भरोसा दिलाया है। मुंगेर के डीआईजी संजय कुमार ने लखीसराय में आयोजित प्रेसवार्ता में बताया है कि हत्यारोपित आशीष चौधरी एवं दुर्गा झा ने प्रेम-प्रसंग में शादी की थी। शादी के बाद उपजे अंदरूनी विवाद में उक्त घटना को अंजाम दिया गया है। इसके साथ ही घटना के मुख्य आरोपी के तरफ से 10 पन्ने का लिखा गया नोट भी पुलिस के हाथ लगी है।
इस मामले में पुलिस ने लाइनर की भूमिका निभाने वाले स्थानीय पंजाबी मोहल्ला निवासी राजन पासवान उर्फ समीर राज और आशीष चौधरी को पिस्टल उपलब्ध कराने वाला उमेश साव को गिरफ्तार करके जेल भेज दिया है। पुलिस ने हत्या में प्रयुक्त देसी पिस्टल, 10 खोखा एवं चार कारतूस बरामद की है। इसके साथ ही पुलिस आशीष चौधरी की गिरफ्तारी के लिए कई ठिकाने पर छापेमारी जारी है।
पुलिस का ऐसा मानना है कि आशीष ने गोलीबारी एवं हत्या की घटना को अंजाम दिया, जिसमें उसी के मोहल्ले के राजन पासवान ने लाइनर की भूमिका निभाई, जबकि उमेश साव ने उसे पिस्टल एवं कारतूस उपलब्ध कराया। उक्त दोनों अपराधी रहे हैं तथा शराब तस्करी से भी जुड़े रहने का प्रमाण मिले हैं। उक्त दोनों अपराधियों की नजर दुर्गा झा के परिवार की कीमती जमीन और मकान पर थी, उसने सिरफिरे आशीष चौधरी को दुर्गा द्वारा धोखा देने की बात दिमाग में डालकर उसके परिवार को खत्म करने की साजिश रची। हालांकि, आशीष द्वारा लिखी 15 पन्ने की प्रेम कहानी को आधार बनाकर पुलिस पूरे मामले को प्रेम-प्रसंग से जोड़कर देख रही है।