रंगिया (विभास) । रंगिया शहर के मध्य स्थापित श्री श्री राधाकृष्ण मंदिर में वर्षों पुरानी परम्परा के अनुसार भादप्रद मास के शुक्लपक्ष की एकादशी को यानी जलझूलनी एकादशी के मौके पर शनिवार को मंदिर प्रांगण से यशोदा मैया और भगवान श्री कृष्ण की पालकी निकाली गई। इस मौके पर ठाकुरजी को फूलों से सुसज्जित पालकी में विधिवत रूप से विराजमान कर भक्तों द्वारा गाजे बाजे और भक्तिभाव के साथ मंदिर प्रांगण से प्रारंभ कर नगर के मुख्य मार्गों से होते हुए स्थानीय छठपूजा घाट स्थित बरौलिया नदी के तट पर लाया गया। जहां मंदिर के महंत पुजारी श्री गोपाल शर्मा ने नदी से जलभर मंत्रोच्चार के साथ ठाकुरजी को स्नान कराया तथा इस मौके पर विधिवत रूप पूजा अर्चना की गई। इसके पश्चात भगवान की आरती उतारी गई और प्रसाद अर्पित किया गया। भक्तों ने भगवान के दर्शन करते हुए गोविंद बोलो हरि गोपाल बोलो के जयकारों के साथ वातावरण को गुंजायमान किया और गाजे-बाजे के साथ भगवान की पालकी को पुनः मंदिर प्रांगण लाया गया। इस दौरान मार्ग में कई भक्तों ने भगवान के दर्शन करने के अलावा पालकी के नीचे से निकलकर अपने परिवार और समाज में खुशहाली की कामना की ।