
नई दिल्लीहरियाणा के खरखौदा स्थित अपने नए प्लांट में मारुति सुजुकी इंडिया ने उत्पादन शुरू कर दिया है। हरियाणा के इस प्लांट में ब्रेजा एसयूवी बनाई जाएगी। बीते साल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अगस्त 2022 में इस प्लांट की नींव रखी थी। कंपनी भारत में अपनी बाजार हिस्सेदारी बढ़ाना चाहती है और इलेक्ट्रिक वाहनों पर भी ध्यान दे रही है । वह भारत से ज्यादा गाड़ियां निर्यात भी करना चाहती है। मारुति सुजुकी इंडिया का खरखौदा प्लांट काफी अहम है, क्योंकि इससे घरेलू उत्पादन को बढ़ावा मिलेगा। इस प्लांट की आधारशिला अगस्त 2022 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वर्चुअली रखी थी। इस प्लांट से शुरुआत में 2.5 लाख गाड़ियां हर साल बनाई जाएंगी। इस नए प्लांट के शुरू होने से मारुति सुजुकी कारों की कुल उत्पादन क्षमता बढ़कर 26 लाख यूनिट सालाना हो गई है। इसमें सुजुकी मोटर गुजरात प्राइवेट लिमिटेड का उत्पादन भी शामिल है, जो मारुति सुजुकी की ही एक सहायक कंपनी है। यह कदम कंपनी की भारत केंद्रित रणनीति का हिस्सा है। बता दें कि मारुति सुजुकी की मूल कंपनी सुजुकी मोटर कॉरपोरेशन जापान ने हाल ही में अपनी नई रणनीति की घोषणा की है। इसका मुख्य कारण भारत में कंपनी का घटता मार्केट शेयर और बढ़ता हुआ ईवी सेगमेंट है। कंपनी भारत में 50 फीसदी मार्केट शेयर हासिल करना चाहती है। इसके लिए वह सालाना 40 लाख गाड़ियां बनाने की क्षमता तैयार करना चाहती है। कंपनी भारत को ग्लोबल एक्सपोर्ट हब के रूप में भी इस्तेमाल करना चाहती है। 2025-30 के लिए अपनी नई योजना में सुजुकी मोटर ने भारत को अपना सबसे महत्वपूर्ण बाजार बताया है। कंपनी ई – विटारा के साथ अपने ईवी पोर्टफोलियो का विस्तार करेगी। बता दें कि मारुति सुजुकी फिलहाल भारत से हर साल 3 लाख गाड़ियां निर्यात करती है। कंपनी का लक्ष्य है कि इस दशक के अंत तक यह संख्या बढ़कर 7.5 से 8 लाख यूनिट हो जाए। इसके लिए सुजुकी मोटर ने उत्पादन, नए मॉडल और क्वॉलिटी इम्प्रूवमेंट के लिए लगभग 7,000 करोड़ रुपये निवेश करने की योजना बनाई है। 2030 तक चार नए ईवी मॉडल लॉन्च करने की योजना है। टाटा मोटर्स और महिंद्रा एंड महिंद्रा जैसे प्रतिद्वंद्वियों के पास पहले से ही कई ईवी मॉडल हैं, ऐसे में मारुति भी इस सेगमेंट में तेजी से आगे बढ़ना चाहती है।
