
गुवाहाटी। इस अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर, फोनपे वेल्थ अपने प्लेटफॉर्म पर महिलाओं की म्यूचुअल फंड्स में बढ़ती भागीदारी के साथ – साथ उनके बढ़ते निवेश और योगदान में हो रही वृद्धि को सामने ला रहा है। महिला निवेशकों के बढ़ते योगदान और निवेश प्रतिबद्धता को देखते हुए, फोनपे वेल्थ ने 1 जनवरी 2024 से 31 दिसंबर 2024 तक 1 लाख महिला निवेशकों के निवेश पैटर्न का विश्लेषण किया, और डेटा दर्शाते हैं कि महिलाएं सोच-समझकर बड़े निवेश कर रही हैं और अपने वित्तीय भविष्य को सुरक्षित करने की दिशा में कदम बढ़ा रही हैं । उपरोक्त अवधि के डेटा से पता चलता है कि महिला निवेशकों का एवरेज सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (एसआईपी) योगदान पुरुषों की तुलना में लगभग 22 प्रतिशत अधिक है, जबकि उनका एवरेज लम्पसम निवेश पुरुषों से लगभग 45 प्रतिशत अधिक रहा है। ये डेटा दर्शाते हैं कि महिलाएं वित्तीय बाजारों और जोखिम को एक नए नजरिए से देख रही हैं। हम महिला निवेशकों की बढ़ती भागीदारी और वित्तीय क्षेत्र में उनके बदलते योगदान की सराहना करते हैं, नीलेश डी नायक, हेड ऑफ इन्वेस्टमेंट प्रोडक्ट्स, शेयरडॉटमार्केट (फोनपे वेल्थ) । उन्होंने आगे कहा कि हमारे डेटा यह भी दर्शाते हैं कि अब महिला निवेशक न केवल भाग ले रही हैं, बल्कि सक्रिय रूप से निवेश भी कर रही हैं । हमारा मानना है कि महिला निवेशक वित्तीय रूप से जागरूक और आत्मनिर्भर हैं। वे अपने पोर्टफोलियो में विविधता ला रही हैं और दीर्घकालिक सोच के साथ निवेश कर रही हैं । अब यह धारणा बदल चुकी है कि महिलाएं वित्तीय मामलों में बेहद सतर्क रहती हैं। 1 जनवरी 2024 से 31 दिसंबर 2024 तक फोनपे वेल्थ म्यूचुअल फंड्स की 1,00,000 महिला निवेशकों पर किए गए सर्वेक्षण के मुख्य निष्कर्ष : 90 प्रतिशत महिला निवेशक सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (एसआईपी) के साथ शुरुआत करती हैं, जिससे पता चलता है कि वे अनुशासित और दीर्घकालिक निवेश को प्राथमिकता देती हैं। महिला निवेशकों का एवरेज सिप योगदान मूल्य 1300 है, जो पुरुषों की तुलना में 22 प्रतिशत अधिक है। महिला निवेशकों का एवरेज लम्पसम निवेश पुरुष निवेशकों की तुलना में 45 प्रतिशत अधिक है। महिलाएं वित्तीय समावेशन को बढ़ावा देने में अहम भूमिका निभा रही हैं, जिसमें महाराष्ट्र (20 प्रतिशत), कर्नाटक (12 प्रतिशत), और उत्तर प्रदेश (9 प्रतिशत) का प्रमुख योगदान रहा है। 72 प्रतिशत महिला निवेशक बी30 (टॉप 30 शहरों के अतिरिक्त) शहरों से हैं, जिससे यह पता चलता है कि म्यूचुअल फंड्स की पहुंच बड़े महानगरों से आगे बढ़ रही है। वाराणसी, रांची, देहरादून, गुवाहाटी और वडोदरा जैसे शहरों में महिला निवेशकों की भागीदारी तेजी से बढ़ रही है, जो संपत्ति निर्माण में उनकी सक्रिय भूमिका को दर्शाता है। लगभग 50 प्रतिशत महिला निवेशकों ने कॉन्ट्रा / वैल्यू फंड्स में निवेश किया है । अन्य लोकप्रिय निवेश श्रेणियों में फ्लेक्सि-कैप, मिड कैप, स्मॉल कैप और थीमैटिक फंड्स शामिल
