भारत और भूटान ने बुनियादी ढांचे के विकास में तेजी लाने का निर्णय लिया

नई दिल्ली। भारत और भूटान ने द्विपक्षीय व्यापार को बढ़ावा देने के लिए कुछ सीमा पार बुनियादी ढांचा परियोजनाओं के विकास में तेजी लाने के लिए चर्चा की। इनमें अंतरराष्ट्रीय सीमा पर एक एकीकृत जांच चौकी की स्थापना का मुद्दा भी शामिल रहा । वाणिज्य सचिव सुनील बर्थवाल और भूटान के उद्योग, वाणिज्य एवं रोजगार मंत्रालय (एमओआईसीई) के सचिव दाशो ताशी वांगमो के बीच थिम्पू में हाल ही में हुई बैठक में इन मुद्दों पर विचार-विमर्श किया गया। वाणिज्य मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि उन्होंने बैठक की सह-अध्यक्षता करते हुए सीमापार और संपर्क के बुनियादी ढांचे के विकास में तेजी लाने का निर्णय लिया। इसमें जयगांव – फुंटशोलिंग में एक एकीकृत जांच चौकी की स्थापना और कोकराझार- गेलेफ और बानरहाट- समात्से के बीच रेल संपर्क शामिल है। बयान के अनुसार दोनों सचिवों ने भूटान से भारत में कबाड़ के आयात के लिए एलसीएस (भूमि सीमा शुल्क स्टेशन) जयगांव की अधिसूचना, भारत-भूटान सीमा पर सीमा हाट की स्थापना, व्यापारियों की आवाजाही को सुविधाजनक बनाने और भूटान से भारत में बोल्डर के आयात पर विचार-विमर्श किया। इसके अलावा भूटान से भारत में आयात के लिए लकड़ी की तीन अतिरिक्त किस्मों को शामिल करने पर भी चर्चा हुई। साथ ही मार्च 2024 में हस्ताक्षरित भूटान खाद्य एवं औषधि प्राधिकरण (बीएफडीए) द्वारा प्रयोग किए जाने वाले आधिकारिक नियंत्रण को भारतीय खाद्य सुरक्षा और मानक प्राधिकरण (एफएसएसएआई) द्वारा मान्यता देने के लिए समझौते के शीघ्र परिचालन पर विचार- विमर्श किया गया।

भारत और भूटान ने बुनियादी ढांचे के विकास में तेजी लाने का निर्णय लिया
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