गुवाहाटी। असम के मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा ने शुक्रवार को ब्रह्मपुत्र नदी पर एक पुल के निर्माण कार्य रुकने पर चिंता व्यक्त की और केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी को पत्र लिखकर हस्तक्षेप का आग्रह किया। शर्मा ने एक्स पर लिखा कि हमने देखा है कि ब्रह्मपुत्र पर जोरहाट – माजुली पुल का काम 5 सितंबर से रुका हुआ है। मैंने माननीय केंद्रीय मंत्री श्री @nitin_gadkari जी को पत्र लिखकर तत्काल हस्तक्षेप करने का अनुरोध किया है ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि हम दिसंबर 2025 की पूर्णता तिथि से चूक न जाएं। मुख्यमंत्री ने पत्र में उल्लेख किया कि उत्तरी तट पर माजुली और दक्षिणी तट पर जोरहाट के बीच ब्रह्मपुत्र नदी पर पहुंच मार्ग सहित नए दो लेन वाले प्रमुख पुल का निर्माण कार्य सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय द्वारा अगस्त 2021 में ईपीसी मोड पर उत्तर प्रदेश राज्य पुल निगम लिमिटेड को सौंपा गया था । यह क्षेत्र के लिए बहुत महत्वपूर्ण है, जिसका कुल अनुबंध मूल्य लगभग 650 करोड़ रुपए है। इसके दिसंबर 2025 तक पूरा होने की उम्मीद है। उन्होंने कहा कि हालांकि, हमारे संज्ञान में आया है कि 5 सितंबर, 2024 से निर्माण कार्य ठप पड़ा हुआ है, जो चिंता का गंभीर कारण है। चूंकि शुष्क मौसम शुरू हो चुका है, इसलिए यह अवधि स्थिर प्रगति सुनिश्चित करने के लिए महत्वपूर्ण है, और इस स्तर पर किसी भी देरी से कार्य दिवसों और महत्वपूर्ण समय का काफी नुकसान हो सकता है, जिससे लागत और समय में काफी वृद्धि हो सकती है। शर्मा ने आगे कहा कि इसके अलावा, रिपोर्ट बताती है कि ईपीसी ठेकेदार, यूपी स्टेट ब्रिज कॉर्पोरेशन लिमिटेड, साइट छोड़कर चला गया है, जिससे काम रुक गया है। यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है, क्योंकि आगे की देरी इस महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचा परियोजना के समय पर पूरा होने को खतरे में डाल देगी, जो माजुली और पूरे क्षेत्र की कनेक्टिविटी और आर्थिक विकास के लिए आवश्यक है। उन्होंने तत्काल सुधारात्मक उपाय सुनिश्चित करने के लिए गडकरी से हस्तक्षेप की मांग की है। मुख्यमंत्री ने कहा कि इसमें अगर आवश्यक समझा जाए तो बिना किसी देरी के परियोजना के लिए फिर से टेंडर जारी करने की प्रक्रिया शुरू करना शामिल हो सकता है। वैकल्पिक रूप से, यह सुनिश्चित करने के लिए उचित कार्रवाई की जा सकती है कि दिसंबर 2025 की लक्ष्य पूर्णता तिथि से समझौता किए बिना काम फिर से शुरू हो ।