कोलकाता। पश्चिम बंगाल के बीरभूम जिले में सोमवार को एक कोयला खदान में विस्फोट हो गया । हादसे में सात लोगों की मौत हो गई और कई अन्य लोग घायल हो गए। हालांकि, पश्चिम बंगाल विद्युत विकास निगम लिमिटेड (डब्ल्यूबीपीडीसीएल) ने कहा कि उसकी खदान में विस्फोट के कारण पांच लोगों की मौत हुई है। पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि घटना सोमवार सुबह करीब साढ़े 10 बजे भदुलिया ब्लॉक की एक कोयला खदान में हुई। अभी तक हमने छह शव बरामद किए हैं। बचाव अभियान जारी है। डब्ल्यूबीपीडीसीएल के एक अधिकारी ने बताया कि विस्फोट उस समय हुआ, जब गंगारामचक और गंगारामचक- भदुलिया कोयला खदानों में विस्फोट करने के लिए डेटोनेटर ले जाए जा रहे थे । घटनास्थल का दौरा करने वाले भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता एवं स्थानीय विधायक अनूप साहा ने कहा कि कम से कम पांच लोगों की मौत हुई है और तीन अन्य घायल हैं। उनकी हालत गंभीर बताई जा रही है । विस्फोटक सामग्री को पर्याप्त सावधानी बरते बिना ट्रक से उतारा गया था । डब्ल्यूबीपीडीसीएल के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक पीबी सलीम ने कहा कि घटना कोयला ब्लॉक के डंप यार्ड में हुई । विस्फोट के कारण का पता लगाने के लिए जांच शुरू कर दी गई है । विस्फोट में मारे गए लोग खदान का संचालन कर रही एजेंसी के कर्मचारी थे । हम प्रभावित श्रमिकों को सहायता प्रदान कर रहे हैं। पश्चिम बंगाल सरकार के स्वामित्व वाली कंपनी डब्ल्यूबीपीडीसीएल के पास पांच बिजली संयंत्र हैं और इनकी स्थापित क्षमता 4,265 मेगावाट है। चालू वित्त वर्ष में अतिरिक्त 660 मेगावाट तापीय क्षमता बढ़ाए जाने की संभावना है। वहीं पश्चिम बंगाल के मुख्य सचिव मनोज कुमार पंत ने कहा कि छह शव बरामद कर लिए गए हैं। एक युवक काफी घायल है, उसकी हालत काफी गंभीर है। जबकि दो घायलों की हालत खतरे से बाहर है। मृतकों के परिवार को 30 लाख रुपए और घायलों के परिजनों को दो लाख रुपए मुआवजा दिया जाएगा। इसके साथ मृतकों के परिवार के एक सदस्य को नौकरी भी दी जाएगी। वहीं बोलपुर के एसीपी राना मुखर्जी ने कहा कि खदान में विस्फोट होने की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची। छह शव बरामद कर लिए गए हैं। तीन मजदूर घायल हैं, जिनका अस्पताल में इलाज चल रहा है। पश्चिम बंगाल सरकार ने उनके परिवार को नौकरी देने का एलान किया है। कंपनी भी उनको मुआवजा देगी। फॉरेंसिक टीम विस्फोट के पीछे के कारणों की जांच कर रही है।