
गुवाहाटी (हि.स.)। मुख्यमंत्री डॉ. हिमंत विश्व शर्मा ने कहा है कि एडवांटेज असम सम्मेलन सफलतापूर्वक संपन्न हो गया। इस आयोजन के माध्यम से देश-विदेश के निवेशकों और उद्यमियों ने असम में निवेश की घोषणा की। कुल पांच लाख करोड़ रुपए से अधिक के निवेश समझौतों पर हस्ताक्षर किए गए हैं, जो अगले पांच वर्षो में असम में आएंगे। मुख्यमंत्री डॉ. शर्मा ने शुक्रवार को एक होटल में संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि यदि 70 फीसदी समझौतों को भी कार्यान्वित कर लिया जाए, तो असम को अगले स्तर तक ले जाया जा सकता है। मुख्यमंत्री ने घोषणा की कि हर चार साल में एडवांटेज असम सम्मेलन आयोजित किया जाएगा और 2030 तक असम को एक औद्योगिक राज्य बनाया जाएगा। उन्होंने कहा कि असम हरित अर्थव्यवस्था (ग्रीन इकानॉमी) का हब बनेगा और अगले पांच वर्षों में असम की सकल घरेलू उत्पाद दोगुनी हो जाएगी। इससे दो लाख से अधिक लोगों को रोजगार मिलेगा, जबकि गुवाहाटी को एक मेडिकल हब के रूप में विकसित किया जाएगा। सम्मेलन में विभिन्न कंपनियों ने असम में निवेश की घोषणाएं कीं। रिलायंस असम में सीवीजी प्लांट स्थापित करेगा और 50,000 करोड़ रुपए का निवेश करेगा, जिसमें डिजिटल और एआई क्षेत्र के साथ-साथ क्लीन एनर्जी उत्पादन शामिल होगा । नामरूप में 12,000 करोड़ रुपए के निवेश की घोषणा की गई हैं, जबकि केंद्रीय मंत्री सर्वानंद सोनोवाल ने 4,800 करोड़ रुपए और टाटा पावर ने 30,000 करोड़ रुपए के निवेश का ऐलान किया। टाटा ग्रुप गुवाहाटी में ताज होटल भी बनाएगा। ओएनजीसी 15,000 करोड़ रुपए, ऑयल इंडिया 20,000 करोड़ रुपए और वेदांता ग्रुप 50,000 करोड़ रुपए का निवेश करेगा। कुल मिलाकर, असम में 5,18,295 करोड़ रुपए के निवेश की संभावनाएं हैं, जो असम की वर्तमान जीडीपी का 80 प्रतिशत है। मुख्यमंत्री ने उम्मीद जताई कि इन निवेशों से असम में बड़े पैमाने पर रोजगार के अवसर खुलेंगे। विशेष रूप से वे लोग, जो कम वेतन पर बाहरी राज्यों में काम करने जाते थे, अब असम में ही रोजगार पा सकेंगे।
