बायजू के संस्थापक ने कर्मचारियों के वेतन का भुगतान करने के लिए घर गिरवी रखा, रिपोर्ट्स में दावा
नई दिल्ली । बायजू के संस्थापक रवींद्रन ने कथित तौर पर अपने कर्मचारियों को लंबित वेतन का भुगतान करने के लिए धन जुटाने के लिए अपने घर के साथ-साथ अपने परिवार के सदस्यों के स्वामित्व वाले घरों को भी गिरवी रखा है। मीडिया रिपोर्ट्स ऐसे दावे किए गए हैं। इस कदम का उद्देश्य कंपनी के वित्तीय दायित्वों को पूरा करने के लिए पैसों का जुगाड़ करना है। कंपनी से जुड़े सूत्रों के अनुसार नकदी संकट से जूझ रही कंपनी इस तरीके से अर्जित पैसों का इस्तेमाल कर्मचारियों के बकाया वेतन के भुगतान में करेगी। मामले की जानकारी रखने वाले लोगों ने कहा कि पूर्व अरबपति बायजू रवींद्रन ने 12 मिलियन डॉलर का ऋण प्राप्त करने के लिए बेंगलुरु में अपने परिवार के स्वामित्व वाले दो आवासों और एप्सिलॉन में एक निर्माणाधीन विला गिरवी रख दिया। सूत्रों के हवाले से बताया कि लोगों ने खुलासा किया है कि इससे मिले पैसों का उपयोग पेरोल दायित्वों को पूरा करने के लिए किया गया। विशेष रूप से इसका इस्तेमाल बायजू की मूल कंपनी, थिंक एंड लर्न प्राइवेट लिमिटेड के भीतर लगभग 15,000 कर्मचारियों को वेतन देने के लिए किया गया। इस बीच, एडटेक कंपनी बायजूस और उसके सीईओ एवं सह-संस्थापक रवींद्रन बायजू द्वारा विदेशी मुद्रा कानून के कथित उल्लंघन की प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की जांच पूरी होने के अंतिम चरण में है, जिसके बाद उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी किया जा सकता है। संघीय जांच एजेंसी ने अप्रैल में विदेशी मुद्रा प्रबंधन अधिनियम (फेमा) के प्रावधानों के तहत बायजूस की पंजीकृत कंपनी थिंक एंड लर्न प्राइवेट लिमिटेड सहित दो व्यावसायिक और एक आवासीय परिसरों की तलाशी ली थी। बायजूस के खिलाफ जांच तब से चल रही है।