विश्वनाथ / बंगाईगांव (विभास ) । बंगाईगांव रिफायनरी द्वारा हिंदी पखवाड़ा 2024 के दौरान चंपा क्लब, रिफायनरी टाउनशिप में दिनांक 03 अक्तूबर 2024 को संध्या 700 बजे से एक कवि सम्मेलन आयोजित की गई । एक शाम कविता के नाम इस कवि सम्मेलन में देश भर के कवियों ने आकर अपनी कविता सुनाई। कार्यक्रम काफी शानदार तरह से आयोजित की गई। रिफाइनरी के व्यवस्थापकों ने अच्छी व्यवस्था की वहीं देशभर से आये और कुछ स्थानीय रचनाकारों ने अपनी कविता से लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिया। कार्यक्रम की शुरुआत श्री शरद कुमार, सहायक प्रबंधक (हिंदी एवं सीएसआर) सह सदस्य सचिव नराकास, बंगाईगांव ने किया। उन्होंने अधिकारियों और कवियों का परिचय कराया। दीप प्रज्वलन के बाद बंगाईगांव रिफाइनरी के ईडी एंड आरएच श्री नयन कुमार बरुआ जी ने सभी कवियों को बारी-बारी से बुलाकर कई तरह के पारम्परिक गमछा, शॉल, पुष्प गुच्छ, मोमेंटो, पौधा, कलम व डायरी देकर सम्मानित किया। कार्यक्रम में रिफाइनरी के कई अधिकारीगण और साथ में उनकी धर्मपत्नी भी आई थी। जिसमें शामिल थे बंगाईगांव रिफाइनरी के ईडी एन्ड आर एच श्री नयन कुमार बरुआ जी और उनकी धर्मपत्नी, मुख्य महाप्रबंधक (तकनीकी सेवा ) मिहिर सिंघल, महाप्रबंधक ( फायनांस ) आनंद कुमार, महाप्रबंधक (ईएमएस) मुसुका बोरों, शरद कुमार, सहायक प्रबंधक ( हिंदी एवं सीएसआर) सह सदस्य सचिव नराकास, बंगाईगांव, चम्पा क्लब के सांस्कृतिक सचिव नरोत्तम कुमार, रिफाइनरी के अन्य कर्मचारी और उनके परिवार के सदस्य गण । शामिल कवियों में अभयापुरी कॉलेज के असमिया विभाग की सेवा निवृत प्रोफेसर डॉक्टर मरमी बर ठाकुर, रेलवे के वरिष्ठ व्याख्याता और राष्ट्रीय स्तर पर प्रसिद्ध कवि विनय कुमार बुद्ध, एनटीपीसी सालाकाटी में अभियंता पद पर कार्यरत हास्य कवि दीपक सहाय, बोड़ो भाषा की प्रतिष्ठित कवयित्री और राष्ट्रीय स्तर पर सम्मानित श्रीमती जयश्री बोड़ो, कई साहित्यिक संस्थाओं से जुड़ी राजबंशी कवयित्री श्रीमती अनुपमा सरकार मेधी, प्रसिद्ध रंगकर्मी, कई मंचों और संगठनों से जुड़े प्रेम की रचनाओं के लिए मशहूर युवा कवि रहमान ने अपनी कविता से कार्यक्रम में जान डाल दी। कवि सम्मेलन के लिए मंच संचालन का दायित्व विनय कुमार को दी गई, जिसे उन्होंने बखूबी निभाई । कवि सम्मेलन की समाप्ति के बाद सभी को रात्रि भोज के लिए बुलाया गया, जहां सभी ने सामुहिक रूप से भोजन का आनंद उठाया और आपस में बातचीत कर रिफायनरी और बाहर से आये लोगों से अपनी-अपनी बातें साझा किया। अंत में सभी कवियों को नकद राशि का लिफाफा देकर विदा किया गया। कार्यक्रम में शामिल अधिकारियों, कवियों के साथ अन्य सभी ने शरद कुमार जी के अथक प्रयास की सराहना की।