गुवाहाटी। पूर्वोत्तर भारत की सबसे बड़ी डेयरी सहकारी संस्था, पूरबी डेयरी ने राष्ट्रीय दुग्ध दिवस मनाया। इस अवसर पर, असम के विभिन्न हिस्सों में दूध के पोषण मूल्य और संतुलित आहार को बढ़ावा देने के लिए कई कदम उठाए गए। भारत में श्वेत क्रमांति के जनक डॉ. वर्गीज कुरियन की जयंती पर मनाया जाने वाला राष्ट्रीय दुग्ध दिवस, दुग्ध क्षेत्र के महत्व और देश में इसकी उपलब्धियों को रेखांकित करता है। बाजार प्रमुख के रूप में, पूरबी डेयरी ने गुवाहाटी, जोरहाट, डिब्रूगढ़, नलबाड़ी, तेजपुर, लखीमपुर और बोंगाईगांव जैसे प्रमुख शहरों में स्वस्थ दूध सेवन के प्रति जागरूकता बढ़ाने के प्रयासों का नेतृत्व किया। इस अवसर पर, पूरबी ने निशुल्क दूध वितरण अभियान आयोजित किया और सैकड़ों उपभोक्ताओं को मुफ्त दूध वितरित कर उन्हें दूध के फायदे, उसकी शुद्धता और पास्चुराइज्ड दूध के सेवन के महत्व के बारे में शिक्षित किया। पूरबी ने गुवाहाटी के पंजाबाड़ी परिसर में एक पाककला प्रतियोगिता का भी आयोजन किया, जिसमें 40 प्रतिभागियों ने पूरबी उत्पादों का उपयोग करते हुए अपनी पाक कला का प्रदर्शन किया। मिठाइयों से लेकर नमकीन व्यंजनों तक इस आयोजन ने दूध की बहुमुखी प्रतिभा को उजागर किया और लोगों में काफी रुचि उत्पन्न की। प्रतिभागियों ने अपनी रचनात्मकता से प्रतियोगिता के निर्णायकों और दर्शकों को प्रभावित किया, जिससे यह प्रतियोगिता पाक-कला प्रतिभा और नवाचार का उत्सव बन गई। पूरबी डेयरी के प्रबंध निदेशक