गोलाघाट (हिंस) । असम के मुख्यमंत्री डॉ. हिमंत विश्व शर्मा द्वारा बार-बार पुलिस और जनता के बीच संबंधों को मधुर बनाने की अपील के बावजूद देरगांव में इसकी एक विपरीत तस्वीर ही देखने को मिली है। जानकारी के अनुसार विजया दशमी की रात देरगांव थाना अंतर्गत डोलोरमुख गांव के 21 वर्षीय युवक अजय दत्ता को पुलिस द्वारा इस कदर परेशान किया गया कि कल रात युवक ने आत्महत्या कर ली। विदित हो कि मृतक देरगांव स्थित दुर्गापूजा मेला देखने आया था। उसका सड़क पर एक व्यक्ति से झगड़ा हो गया। हालांकि, सामान्य जीवन जी रहे गरीब परिवार के इस युवक ने कोई गंभीर अपराध नहीं किया था। लेकिन, पुलिस ने कथित आक्रामक रवैया अपनाते हुए युवक की सरेआम कथित पिटाई कर दी और गाड़ी में बैठा लिया। युवक को कथित रूप से शारीरिक और मानसिक रूप से प्रताड़ित किया गया। बाद में घर के किसी सदस्य को बताए बिना उसे छोड़ दिया गया। इ घटना के कारण युवक मानसिक रूप से टूट गया था। कल रात उसने अपने कुछ दोस्तों को फोन किया तथा पुलिस द्वारा उसके साथ की गई ज्यादतियों से संबंधित जानकारी दी । फिर उसने एक वीडियो बनाया और उसके बाद उसने घर के बगल में स्थित एक पेड़ से लटक कर आत्महत्या कर ली। सुबह लोगों ने उसका शव देखा। इस घटना को लेकर पूरे इलाके में सनसनी फैल गई है। लोगों ने इस घटना की उच्च स्तरीय जांच करने और दोषी पुलिसकर्मी को उचित दंड देने की मांग की है।