
इस्लामाबाद। पाकिस्तान में सत्ता का संघर्ष एक बार फिर तेज हो गया है। देश की राजनीतिक स्थिति लगातार बिगड़ती जा रही है और अब अटकलें लगाई जा रही हैं कि वहां तख्तापलट की तैयारी हो रही है। पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की गिरफ्तारी और पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के कमजोर होने के बाद सत्ताधारी गठबंधन को लगा था कि वे आसानी से अपनी सत्ता बनाकर राज करेंगे। लेकिन अब नवाज शरीफ और मरियम नवाज के खिलाफ कानूनी कार्रवाई और राजनीतिक हलचलों ने शरीफ ब्रदर्स को परेशान कर दिया है। प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने हाल ही में अपने राजनीतिक सहयोगियों को एकजुट रहने की हिदायत दी है। उनका कहना है कि अगर सरकार के भीतर दरार आई तो संकट और गहरा सकता है। कुछ दिन पहले पाकिस्तान की वित्त मंत्री औरंगजेब ने भी सैन्य तख्तापलट की संभावना को लेकर बयान दिया था। उन्होंने कहा था कि अगर पाकिस्तान में सैन्य तख्तापलट नहीं होगा तभी पाकिस्तान के आर्थिक हालात सुधर सकते हैं। ऐसे में माना जा रहा है कि कहीं न कहीं तख्तापलट की कुछ सुगबुगाहट तो है, वरना यू ही नहीं देश की वित्त मंत्री ये बात कहते । फिलहाल इस बयान ने देश की राजनीति में हलचल मचा दी थी। दूसरी ओर, नवाज शरीफ और मरियम नवाज के खिलाफ लाहौर में फंड के दुरुपयोग के आरोप में मामला दर्ज किया गया है। कोर्ट ने इस मामले में उन्हें नोटिस जारी किया है। इससे सत्ताधारी पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) की मुश्किलें और बढ़ गई हैं। नवाज शरीफ पाकिस्तान की सत्ता में वापसी की कोशिश कर रहे थे, अब कानूनी पचड़ों में फंसते नजर आ रहे हैं। दरअसल इमरान की सरकार में इमरान पर पहले मुकदमें चलाए जा रहे थे। उसके बाद इमरान को पाकिस्तान की सत्ता से दूर कर उन्हें जेल में डाल दिया गया था। उधर, पाकिस्तान तहरीक-ए- इंसाफ (पीटीआई) ने विपक्षी गठबंधन को मजबूत करने की कोशिशें शुरू कर दी हैं। इमरान खान ने जेल से अपने सहयोगियों को निर्देश दिया है कि संपर्क करें और उन्हें गठबंधन में शामिल होने के लिए राजी करें। पीटीआई के वे जमीयत उलेमा-ए-इस्लाम (जेआईयूएफ) के प्रमुख फजलुर रहमान से महासचिव सलमान अकबर राजा ने इस बात की पुष्टि की है कि फजलुर रहमान को इमरान खान का संदेश दिया जाएगा। इमरान खान की कानूनी टीम में भी बदलाव किए गए हैं। उनके वकील चौधरी जहीर अब्बास को कानूनी प्रतिनिधि नियुक्त किया गया है, जबकि बुशरा बीबी के लिए चार नए फोकल पर्सन तैनात किए गए हैं। इमरान खान की बहन अलीमा खान ने मीडिया से बातचीत में कहा कि खान की सेहत को लेकर जो अफवाहें फैलाई जा रही हैं, वे पूरी तरह गलत हैं। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि प्रशासन इमरान खान को उनके बच्चों से बात करने नहीं दे रहा और उनके निजी डॉक्टर से मिलने की अनुमति भी नहीं दी गई।
