पश्चिमी खासी हिल्स ने 54 लांगपीह गांवों पर क्षेत्रीय अधिकार का दावा किया

शिलांग । पश्चिमी खासी हिल्स की क्षेत्रीय समिति ने दावा किया है कि उसने लांगपीह के अंतर्गत आने वाले 54 गांवों पर मेघालय का क्षेत्रीय अधिकार स्थापित करने के लिए दस्तावेज असम के साथ साझा किए हैं। पश्चिमी खासी हिल्स क्षेत्रीय समिति के अध्यक्ष पॉल लिंगदोह ने प्रेस को बताया कि हाल ही में यहां आयोजित अंतिम बैठक के दौरान ये दस्तावेज साझा किए गए। लिंगदोह ने कहा कि हमने ये दस्तावेज साझा किए हैं और प्रतिक्रिया सकारात्मक रही है। उन्होंने कहा कि दोनों क्षेत्रीय समितियों (पश्चिमी खासी हिल्स और कामरूप) को संयुक्त रूप से विवादित क्षेत्र का दौरा करने और वहां के लोगों से बातचीत कर उनकी राय जानने की जरूरत है। हालांकि, लिंगदोह ने कहा कि उपायुक्त स्तर सहित विभिन्न चैनलों के माध्यम से असम के समकक्ष से संपर्क करने का प्रयास किया गया है, लेकिन संयुक्त सर्वेक्षण करने के लिए असम से कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली है। उन्होंने कहा कि संपर्क स्थापित करने के प्रयास अभी भी जारी हैं और क्षेत्र का संयुक्त निरीक्षण हो जाने के बाद रिपोर्ट राज्य सरकार को सौंप दी जाएगी। असम की क्षेत्रीय समिति भी इसी तरह असम सरकार को अपनी रिपोर्ट सौंपेगी। लिंगदोह ने हालांकि इस मुद्दे को कैसे सुलझाया जाएगा, इस पर टिप्पणी करने से परहेज किया और कहा कि बहुत सारे विवरणों पर गौर किया जाएगा जैसे कि समीपता, इतिहास, लोगों की राय आदि और फिर दोनों राज्य सरकारों द्वारा निर्णय लिया जाएगा। राज्यों के बीच विवादित सीमा विवाद के पहले चरण में मेघालय और असम ने मतभेदों के छह क्षेत्रों को सुलझा लिया है और एक समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं। वर्तमान में, छह विवादित क्षेत्र बचे हैं जिनके लिए दोनों राज्यों में क्षेत्रीय समितियां बनाई गई हैं और ये अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत करने के लिए काम कर रही हैं।

पश्चिमी खासी हिल्स ने 54 लांगपीह गांवों पर क्षेत्रीय अधिकार का दावा किया
Skip to content