नेट्स पर जाने से पहले एक योजना तैयार करते हैं पांड्या : कैफ
मुंबई ।
पूर्व क्रिकेटर मोहम्मद कैफ ने कहा है कि ऑलराउंडर हार्दिक पांड्या विश्वकप में अहम भूमिका निभाएंगे। कैफ के अनुसार पांड्या छठे नंबर पर बल्लेबाजी के दौरान उसी प्रकार रन बना सकते हैं जिस प्रकार युवराज सिंह ने 2011 संस्करण में बनाये थे। युवराज ने 2011 विश्वकप कप में बल्लेबाजी के साथ ही गेंदबाजी में भी अहम भूमिका निभाई थी। कैफ ने कहा, हार्दिक पंड्या हमेशा नेट्स पर जाने से पहले एक योजना तैयार करते हैं। वह पहले से ही जानते हैं कि उन्हें किस पर काम करने की जरूरत है। जिस तरह से हमने उन्हें बल्लेबाजी करते हुए देखा है, इससे पता चलता है कि उनके पास आखिरी 10 ओवरों के लिए अपनी योजना है। आखिरी 10 ओवरों में ऐसा होगा। कैफ ने कहा, डेथ ओवर की गेंदबाजी के दौरान आपको सही प्रकार के पैर मूवमेंट के साथ अच्छी स्थिति में रहकर और बड़े शॉट खेलने होते हैं। कैफ ने कहा कि जिस तरह से वह नेट्स में बल्लेबाजी कर रहे हैं, उनके पास गेंद को सीधे और वी यानी मिड- ऑन और मिड-ऑफ के बीच हिट करने की योजना है। हाल ही में हमने हार्दिक पांड्या को आईपीएल में नंबर 3, 4 पर खेलते हुए देखा है, लेकिन वह खेल रहे हैं। साथ ही कहा कि वह भारत के लिए नंबर 6 पर वही भूमिका निभाएंगे, जो युवराज ने 2011 विश्व कप में निभाई थी। हार्दिक पांड्या में युवराज की तरह खेलने की क्षमता है । उनके नेट अभ्यास सत्रों को देखकर मुझे लगता है कि उनका मुख्य लक्ष्य मैदान के बीच में सीधे चौके और छक्के लगाना है, जो दिखाता है कि वह अपने गेम प्लान का पालन कर रहे हैं। हार्दिक पांड्या निश्चित रूप से इस विश्व कप में अंतर पैदा करेंगे। गौरतब है कि 2011 विश्व कप में युवराज ने 9 मैचों में 90 से अधिक की औसत से एक शतक और चार अर्द्धशतक के साथ 362 रन बनाए, जिसमें 113 का सर्वश्रेष्ठ स्कोर था । वह टूर्नामेंट में आठवें सबसे ज्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी थे । उन्होंने 5/31 के सर्वश्रेष्ठ आंकड़े के साथ 15 विकेट भी लिए और विश्व कप में चौथे सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज थे। वहीं छठे नंबर पर पांड्या का रिकॉर्ड भी शानदार है। उन्होंने अब तक 23 एकदिवसीय मैचों में 36.90 की औसत से 775 रन बनाए हैं, जिसमें 23 पारियों में 92 का सर्वश्रेष्ठ स्कोर और छह अर्धशतक शामिल हैं। वहीं इस साल 16 एकदिवसीय मैचों में पांड्या ने 33.81 की औसत और 93.93 की स्ट्राइक रेट से 372 रन बनाए हैं जिसमें तीन अर्धशतक और 87 का सर्वश्रेष्ठ स्कोर भी शामिल है। इसके अलावा उन्होंने 16 विकेट भी लिए हैं।
इस मैदान पर सीएसके कप्तान धोनी भी अपनी खास रणनीति से उतरते रहे हैं। सीएसके आईपीएल के घरेलू मैच के लिए ऐसी पिचें तैयार करवाती है, जिस पर वह तीन स्पिनरों को शामिल कर सके । खासकर वैसे गेंदबाज जो सीधे विकेट पर गेंदबाजी कर सकें और जडेजा उनमें से एक हैं। इसी कारण वह इस मैच में सबसे सफल जडेजा रहे हैं। वहीं जडेजा - कुलदीप और अश्विन की स्पिन तिकड़ी ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मैच में कुल मिलाकर 30 ओवर गेंदबाजी की और 104 रन देकर 6 विकेट लिए। इसमें से अकेले ही 3 विकेट जडेजा को मिले। वह बाकी दोनों गेंदबाजी से किफायती भी रहे। जडेजा ने 10 ओवर में 28 रन देकर 3 शिकार किए। इसमें स्टीव स्मिथ का अहम विकेट भी शामिल है।