नदी तैरकर अंतर्राष्ट्रीय सीमा पार करने वाला बांग्लादेशी युवक गिरफ्तार
करीमगंज (हिंस)। कुशियारा नदी तैरकर अंतर्राष्ट्रीय सीमा पार करने वाले बांग्लादेशी युवक को करीमगंज में 16वीं बटालियन बीएसएफ ने गिरफ्तार किया है। बांग्लादेशी नागरिक को बीएसएफ ने कानूनी कार्रवाई के लिए पूछताछ के बाद करीमगंज सदर पुलिस के हवाले कर दिया। बीएसएफ सूत्रों के मुताबिक बीती मध्य रात्रि को नदी सीमा पर युवकों की गतिविधि देखकर गश्ती दल को संदेह हुआ। इसके बाद 16वीं बीएसएफ की गश्ती टीम ने इलाके की घेराबंदी कर करीमगंज के स्टीमर घाट इलाके से एक युवक को पकड़ा। इस बांग्लादेशी युवक की तलाशी लेने पर उसके पास से 6418864796 नंबर के दो राष्ट्रीय पहचान पत्र बरामद किए गए। राष्ट्रीय पहचान पत्र पर नाम प्राणजीत रॉय पिता का नाम सत्येन्द्र बौद्ध, वहीं दूसरे राष्ट्रीय पहचान पत्र पर नाम तिमु बौद्ध, पिता का नाम सत्येन्द्र बौद्ध है। हालांकि, दोनों पहचान पत्रों में जन्मतिथि एक ही है। करीमगंज के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक प्रताप दास ने कहा कि फिलहाल युवक को करीमगंज सदर थाने में रखा गया है। पुलिस की जांच टीम लगातार जांच कर रही है। युवक ने पुलिस को बताया कि वह भारत में अपने रिश्तेदार से मिलने के लिए नदी तैरकर पार करके आया है। करीमगंज में इस तरह की घटना पहली नहीं है। दो महीने पहले भी करीमगंज के पथारकांदी के एक मानसिक रूप से अस्थिर युवक को बीजीबी ने तब गिरफ्तार किया था, जब वह तैरकर जोकीगंज पहुंचा था। इसके अलावा, 2020 में बांग्लादेश के सुनामगंज का एक नागरिक कोरोना संक्रमण के इलाज के लिए मदद मांगने के लिए कुशियारा नदी तैरकर करीमगंज में प्रवेश कर गया । जब वह सीमा पर स्थित मुबारकपुर गांव में प्रवेश कर सड़क पर टहल रहा था तो ग्रामीणों ने उसे गिरफ्तार कर लिया। करीमगंज शहर नदी के पास सरिशा से खलाछरा तक 4.3 किमी खुली सीमा है। भारत-बांग्लादेश सीमा पर कंटीले तारों की बाड़ का निर्माण 13 वर्षों से अधूरा है। बीएसएफ खुली सीमा सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित करने में विफल रही। केंद्र सरकार की लंबी खींचतान के कारण करीमगंज भारत-बांग्लादेश सीमा क्षेत्र आज खतरे में है ।