देश निर्माण में बाबा साहब के योगदान को केंद्र सरकार ने दिया सम्मान : केंद्रीय मंत्री मेघवाल

बीकानेर (हिंस ) | हमारा संविधान- हमारा गौरव नामक कार्यक्रम का यहां रायसर में भव्य कार्यक्रम हुआ । केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल और अन्य अतिथियों ने बाबा साहेब के चित्र के समक्ष दीप प्रज्वलित कर एवं पुष्पांजलि अर्पित कर कार्यक्रम का आगाज किया। इस अवसर पर केंद्रीय विधि एवं न्याय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने कहा कि बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर ने अनेक विषमताओं से डरे बिना देश को दिशा दिखाई। देश निर्माण में बाबा साहेब के योगदान को सम्मान देते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनकी 125वीं जयंती के अवसर पर वर्ष 2015 में देश को संविधान दिवस की सौगात दी। मोदी के निर्देश पर संविधान अंगीकार के 75 वर्ष पूर्ण होने पर इस वर्ष साल भर कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे, जिससे देश के नागरिकों को संविधान और बाबा साहेब के विराट व्यक्तित्व की जानकारी मिल सके। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए खाजूवाला विधायक डॉ. विश्वनाथ मेघवाल ने कहा कि देश का संविधान हमें मौलिक अधिकार देता है। साथ ही कर्तर्तव्यों की पालना की सीख देता है। उन्होंने कहा कि बाबा साहेब ने दुनिया के अलग- अलग 60 देशों के संविधान का अध्ययन करते हुए देश को दुनिया का सबसे बड़ा लिखित संविधान दिया । यह हमें एक सूत्र में बांधने का संदेश देता है। उन्होंने कहा कि बाबा साहेब ने शिक्षा पर सबसे अधिक जोर दिया और शिक्षित बनो, संगठित रहो और आगे बढ़ो का संदेश दिया। श्रीडूंगरगढ़ विधायक ताराचंद सारस्वत ने कहा कि संविधान हमें एकता का मंत्र देता है । यह कानून के दायरे में रहने की सीख देता है । संविधान से जुड़े कार्यक्रमों के माध्यम से युवाओं को इसकी विशेषताओं की जानकारी मिलेगी। उन्होंने कहा कि मेघवाल के नेतृत्व में गत पंद्रह वर्षों में बीकानेर में विकास के नए आयाम स्थापित हुए हैं। विश्वकर्मा कौशल विकास बोर्ड के अध्यक्ष रामगोपाल सुथार ने कहा कि हमारा संविधान हमें कर्त्तव्य पथ पर आगे बढ़ने की सीख देता है। यह देशवासियों के लिए सबसे पवित्र ग्रंथ है। भाजपा अध्यक्ष विजय आचार्य ने कहा कि हमें संविधान के प्रति कृतज्ञ रहना चाहिए । उन्होंने संविधान निर्माण से जुड़े तथ्यों के बारे में बताया। कैबिनेट मंत्री सुमित गोदारा की धर्मपत्नी शांता गोदारा ने भी विचार व्यक्त किए। मुख्य वक्ता रविशेखर मेघवाल ने बताया कि बाबा साहेब ने देश को दुनिया का सबसे बड़ा लिखित संविधान दिया। डॉ. भीमराव अंबेडकर ने विश्व का सबसे बड़ा लिखित संविधान लिखा है यह संविधान लोकतंत्र का मंदिर है, देश का अभिमान है, स्वाभिमान है। संविधान दिवस सिर्फ देश की सरकार और देश की राजनैतिक पार्टियों का पर्व नहीं है बल्कि पूरे देश की जनता का पर्व है। देश के हर नागरिक के लिए यह गर्व का दिन है। देश के एक जिम्मेदार नागरिक होने के नाते हमारा यह कर्त्तव्य है कि हम लोग इस उत्सव को पूरे जोश के साथ मनाए। भारत भले ही विविधताओं से भरा देश हो, विभिन्न राज्यों में अलग-अलग भाषाओं, जातियों, धर्मों और वेश-भूषाओं वाले लोग रहते हो, सबका रहन-सहन अलग है। इस दौरान चंपालाल गेदर, महावीर रांका, किशन गोदारा दिलीप पुरी, छैलू सिंह, विक्रम सिंह राजपुरोहित, गुमान सिंह राजपुरोहित, दीपक पारीक, राजेंद्र पवार, कर्नल हेमसिंह शेखावत, नारायण चौपड़ा, दिलीप पुरी, रामेश्वर पारीक, विनोद गिरी सहित बड़ी संख्या में विभिन्न क्षेत्रों से आए बड़ी संख्या लोग मौजूद रहे।

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