दूसरे क्षेत्रों में युद्ध फैलने का बड़ा खतरा, मिस्र और कतर ने तेज किए मध्यस्थता के प्रयास
यरूशलेम ।
इजराइल और हमास के बीच जारी युद्ध के गाजा पट्टी के अलावा दूसरे क्षेत्रों में फैलने का खतरा बढ़ गया है । लेबनान की तरफ से इस्राइली क्षेत्रों में घुसपैठ की कोशिश की जा रही है।
इजराइल की सेना ने लेबनान की तरफ से उसके क्षेत्र में घुसपैठ कर रहे सशस्त्र संदिग्धों को मार गिराया। इस बीच, युद्ध को रोकने की कोशिशें भी शुरू हो गई हैं। मिस्र और कतर ने इजराइल और हमास के बीच मध्यस्थता के प्रयास तेज कर दिए हैं।
इस्राइली सेना ने घुसपैठियों को मार गिराने का दावा तो किया, लेकिन उनकी संख्या नहीं बताई । सेना ने कहा कि सीमा पर ड्रोन से भी नजर रखी जा रही है और संदिग्धों पर हेलिकॉप्टर से निशाना साधा जा रहा है। हालांकि, हिज्बुल्ला ने इजराइल के खिलाफ किसी तरह का सशस्त्र अभियान शुरू करने से इन्कार किया है।
वहीं, हिज्बुल्ला के अल-मनार टीवी के एक संवाददाता ने सोशल मीडिया पर पोस्ट में कहा कि इजराइल से लगती दक्षिणी लेबनान की सीमा पर तोप और टैंक से गोलीबारी की आवाजे सुनी गई हैं। फलस्तीनी इस्लामी जिहाद मूवमेंट के अल कुदुस ब्रिगेड ने लेबनान- इजराइल सीमा पर हमले की जिम्मेदारी ली है।
इस बीच, मिस्र के सुरक्षा सूत्रों के मुताबिक, संघर्ष खत्म कराने के लिए मिस्र हमास व इजराइल दोनों पक्षों के संपर्क में है। मिस्र पहले भी दोनों पक्षों में मध्यस्थता कर चुका है । कतर के मध्यस्थों ने भी हमास से जुड़े लोगों से संपर्क किया है।
वे इजराइल की जेलों में बंद 36 फलस्तीनी महिलाओं व बच्चों के बदले बंधक बनाए गए इस्राइली महिलाओं और बच्चों को छोड़ने के लिए बातचीत कर रह रहे हैं। हालांकि, एक इस्राइली अधिकारी ने कहा कि कोई बातचीत नहीं चल रही है।
फलस्तीनी बोले, मिल रही चेतावनी ..
फलस्तीनियों ने दावा किया है कि उन्हें इस्राइली सेना की तरफ से फोन किए जा रहे हैं और ऑडियो संदेश भेजे जा रहे हैं। इसमें उनसे उत्तरी और पूर्वी गाजा क्षेत्रों को खाली करने को कहा जा रहा है। ये इलाके इजराइल से लगते हैं । उन्हें चेतावनी दी जा रही है कि अगर उन्होंने इलाकों को खाली नहीं किया तो इस्राइली सेना उन्हें भगाने के लिए ऑपरेशन शुरू करेगी।
हमले में भारतीय महिला घायल
• इजराइल में हमास के हमले में केरल के कन्नूर जले की शीजा आनंद घायल हो गई है । वह वहां देखभाल सेवा के क्षेत्र में काम करती है। भारतीय मिशन शीजा और केरल में उसके परिवार के संपर्क में है। ब्रिटेन, जर्मनी और ऑस्ट्रिया ने फलस्तीन को मानवीय मदद तत्काल रोक दी है।