बेंगलुरु। भारतीय क्रिकेट टीम के दिग्गज स्पिनर अनुभवी ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने कहा कि घरेलू क्रिकेट सत्र में निर्णय समीक्षा प्रणाली (डीआरएस) लाने से होने वाला लाभ आने वाले दिनों में दिखने लगेगा। भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) ने यहां दलीप ट्रॉफी से शुरु हुए घरेलू सत्र में डीआरएस तकनीक का इस्तेमाल शुरु कर दिया है। अश्विन के अनुसार डीआएस आने बल्लेबाजों को अपनी तकनीक में सुधार करने में सहायता मिलेगी। अश्विन ने कहा कि दिलीप ट्रॉफी में भारत डी की ओर से खेले रहे बल्लेबाज रिकी भुई की बल्लेबाजी तकनीक की कमजोरी डीआरएस से ही सामने आई। इसमें दिखा कि उन्होंने पैड के पीछे बल्ला रखा जिसके आउट होने में अहम भूमिका निभाई। इसलिए घरेलू क्रिकेट के लिए डीआरएस केवल एलबीडब्लू को लेकर सही फैसले लेने के लिए ही नहीं बल्कि बल्लेबाज की तकनीकी कमी को सामने लायेगा । अश्विन ने कहा, डीआरएस से पहले के दिनों में बल्लेबाजों को एलबीडब्लू की अपील पर संदेह का लाभ मिलता था इसलिए इसलिए उसे नॉट आउट दिया जाता था क्योंकि वे फ्रंट फुट पर आ जाते थे। वहीं अब अपने बल्ले को पैड के पीछे रखना नुकसान रहेगा। ऐसे में एक ही गलती दोहराने के कारण उसका करियर भी खतरे में आ सकता है। पिछले काफी समय से भारतीय टीम से बाहर चल रहे अश्विन अब बांग्लादेश के खिलाफ दो मैचों की टेस्ट सीरीज में खेलते हुए दिखेंगे।