चुनावी घोषणा पत्र के 1 भी वादे को कांग्रेस ने नहीं किया पूरा: भाजपा
नई दिल्ली, (हि.स.)। भारतीय जनता पार्टी ने कांग्रेस पर चुनावी घोषणा पत्र में किए गए एक भी वादे को पूरा नहीं करने का आरोप लगाया है। भाजपा राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा ने श- क्रवार को कहा कि कांग्रेस ने हिमाचल प्रदेश और कर्नाटक की जनता से किए गए वादों को पूरा नहीं किया। कांग्रेस ने दोनों राज्यों में अपने घोषणा पत्र में किए गए वादे कई कैबिनेट की बैठक के बाद भी पूरा नहीं किया। संबित पात्रा ने पार्टी मुख्यालय में प्रेस कान्फ्रेंस में कहा कि हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस नेता राहुल गांधी और प्रियंका गांधी ने घोषणा पत्र में पांच लाख युवाओं को नौकरी देने का वादा किया था। इसके साथ ही 600 करोड़ रुपये से स्टार्टअप शुरू करने की बात भी की थी और कहा था कि कैबिनेट की पहली बैठक में इसे लागू करेंगे। आज 11 महीने बीतने पर भी कुछ नहीं किया । इसी तरह कर्नाटक में भी महिलाओं को पेंशन देने की घोषणा की थी, लेकिन अभी तक इसे लागू नहीं किया ।
भाजपा प्रवक्ता पात्रा ने राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर खालिस्तान के पक्ष में बयान देने का आरोप लगाते हुए राहुल और प्रियंका गांधी से इस पर जवाब देने की मांग की है। पात्रा कहा कि जिस खालिस्तान के कारण इंदिरा गांधी की हत्या हुई, उसी खालिस्तान के पक्ष में अशोक गहलोत ने बयान दिया है। क्या राहुल और प्रियंका गांधी भी वही सोचते हैं? इसका भी जवाब उन्हें देना चाहिए । अगर कांग्रेस ने हिमाचल और कर्नाटक में अपने घोषणा पत्र में किए वादों को पूरा किया होता तो आज अशोक गहलोत को खालिस्तान और राहुल को हमास का समर्थन नहीं करना पड़ता। भाजपा प्रवक्ता पात्रा ने कहा कि राजस्थान के भरतपुर के बयाना से एक वीडियो वायरल हुआ है जिसमें निरपत नाम के शख्स पर ट्रैक्टर चढ़ाकर उसकी हत्या कर दी गई। पात्रा ने कहा कि ये सिर्फ एक शख्स की हत्या का मामला नहीं है । यह प्रदेश के किसी क्षेत्र विशेष की नहीं बल्कि पूरे राजस्थान की बात हो रही है, कांग्रेस शासित सभी राज्यों की बात हो रही है। पात्रा ने कहा कि प्रियंका गांधी आज राजस्थान दौरे पर हैं। मैं उनसे मांग करता हूं कि वह रैली को संबोधित करने से पहले उस गांव का दौरा करें और वहां पुलिस अधिकारियों, डीएम, एसपी को निलंबित करके दिखाएं कि उनमें स्टैंड लेने का साहस है या नहीं। पात्रा ने प्रियंका को चुनौती देते हुए कहा कि सिर्फ भाषण और नारेबाजी से नहीं, यह दिखाना होगा कि उनमें हिम्मत है।