विकसित भारत समाचार चिरांग । बुधवार को चिरांग जिला परेड ग्राउंड में एक महत्वपूर्ण कार्यक्रम हुआ, जहां मुख्यमंत्री डॉ. हिमंत विश्व सरमा द्वारा शुरू की गई 12 दिन के हो ৰঙি विकास पहल के तहत विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं के तहत वित्तीय लाभों का औपचारिक वितरण किया गया। स्थानीय समुदाय को सशक्त बनाने की प्रतिबद्धता के एक उल्लेखनीय प्रदर्शन में, पंचायत और ग्रामीण विकास, खाद्य और नागरिक आपूर्ति और उपभोक्ता मामलों के मंत्री रंजीत कुमार दास ने माइक्रो फाइनेंस प्रोत्साहन और राहत योजना के तहत चिरांग जिले की 383 महिला लाभार्थियों को नो-ड्यूज सर्टिफिकेट वितरित किए। इस योजना का उद्देश्य महिलाओं पर वित्तीय बोझ को कम करना, उन्हें ऋण मुक्त बनाना और वित्तीय स्वतंत्रता को बढ़ावा देना है। इसके अलावा, मंत्री दास ने हाल ही में आई बाढ़ से प्रभावित आठ परिवारों को वित्तीय सहायता प्रदान की, साथ ही क्षेत्र में उद्यमियों और छोटे व्यवसायों का समर्थन करने वाली बीज पूंजी योजना के तहत 56 लाभार्थियों को भी सहायता प्रदान की। सभा को संबोधित करते हुए, मंत्री दास ने महिलाओं को ऋण- मुक्त बनाने की पहल के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने महिलाओं को सतत विकास और सशक्तिकरण के लिए ऋण राशि का बुद्धिमानी और कुशलता से उपयोग करने के लिए प्रोत्साहित किया। मंत्री दास ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री डॉ. हिमंत विश्व सरमा के नेतृत्व में, ये योजनाएं महिलाओं को आत्मनिर्भर बनने के लिए सशक्त बना रही हैं और अगर हमारी महिलाएं आत्मनिर्भर हैं, तो हम चिरांग जिले को आत्मनिर्भर बना सकते हैं, जो बदले में असम को रे आत्मनिर्भर बनाने में योगदान देगा। बिजनी विधायक अजॉय कुमार ने महिलाओं को सशक्त बनाने, उन्हें आत्मनिर्भर बनाने और क्षेत्र में सामाजिक-आर्थिक विकास को बढ़ावा देने के उद्देश्य से योजनाओं को शुरू करने में प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री डॉ. हिमंत विश्व सरमा के नेतृत्व पर प्रकाश चिरांग जिला आयुक्त जतिन बोरा ने कल्याणकारी योजनाओं के बारे में विस्तृत जानकारी दी तथा स्थानीय आबादी पर उनके प्रभाव और उनके दायरे के बारे में बताया। इस कार्यक्रम में प्रमुख गणमान्य व्यक्तियों ने भाग लिया, जिनमें बीटीसी के उपाध्यक्ष अभिराम महानायक, एमसीएलए के प्रदीप कुमार बयान, भाजपा चिरांग जिला अध्यक्ष रतन रॉय और एडीसी फिरदौस आलम शेख तथा एडीसी जुगा कृष्ण राजवंशी सहित चिरांग जिला प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी शामिल थे।