ग्लोबल टेररिज्म इंडेक्स 2025 जारी, दूसरे स्थान पर पाकिस्तान

ग्लोबल टेररिज्म इंडेक्स 2025 जारी, दूसरे स्थान पर पाकिस्तान
ग्लोबल टेररिज्म इंडेक्स 2025 जारी, दूसरे स्थान पर पाकिस्तान

इस्लामाबाद। वैश्विक आतंकवाद सूचकांक (जीटीआई) 2025 में पाकिस्तान दूसरे स्थान पर पहुंच चुका है। देशभर में बढ़ते आतंकी हमलों और इनमें बड़ी संख्या में लोगों की मौत के बाद पाकिस्तान यहां पहुंचा है। नई जीटीआई रिपोर्ट इंस्टीट्यूट ऑफ इकोनॉमिक्स एंड पीस (आईईपी) ने जारी की है। इसमें दुनियाभर के 163 देशों को शामिल किया गया है। रिपोर्ट के दायरे में दुनिया की 99.7 फीसद आबादी आती है। जीटीआई रिपोर्ट आतंकवादी घटनाएं मारे गए लोग, घायल, बंधकों की संख्या और आतंकवाद पर प्रभाव समेत कई कारकों का मूल्याकंन करती है। रिपोर्ट से पता चलता है कि पाकिस्तान में आतंकवाद से जुड़ी मौतों में पिछले 5 वर्षों से लगातार इजाफा हो रहा है। पिछले 10 वर्षों के दौरान साल दर साल वृद्धि हुई। साल 2024 में पाकिस्तान भर में आतंकवादी हमलों में 45 फीसदी का इजाफा देखने को मिला। 2023 में कुल 517 आतंकी हमलों को अंजाम दिया गया। मगर 2024 में यह आंकड़ा दोगुना होकर 1099 तक पहुंच गया। जीटीआई की स्थापना के बाद यह पहली बार जब पाकिस्तान में 1000 से अधिक आतंकी हमलों को रिकॉर्ड किया गया। तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) लगातार दूसरे वर्ष पाकिस्तान में सबसे तेजी से बढ़ने वाला समूह और सबसे घातक संगठन बनकर उभरा है। पाकिस्तान में साल 2023 में कुल 293 लोगों की जान आतंकी हमलों में गई थी। 2024 में यह आंकड़ा 585 मौतों तक पहुंच गया। देशभर में आतंकी हमलों में हुई 52 फीसद मौते के पीछे टीटीपी का हाथ था। बता दें कि अफगानिस्तान की सत्ता में तालिबान के काबिज होने के बाद पाकिस्तान सीमा पर कई आतंकी संगठनों ने हमलों को तेज कर दिया है। बलूचिस्तान से ही पाकिस्तान में आतंकी घटनाओं में इजाफा हुआ है। अफगानिस्तान और और खैबर पख्तूनख्वा (केपी) प्रांत आतंक से सबसे अधिक प्रभावित हैं। 2024 में 96 फीसद मौतें और आतंकी हमले इन्हीं दो राज्यों में हुए हैं।

ग्लोबल टेररिज्म इंडेक्स 2025 जारी, दूसरे स्थान पर पाकिस्तान
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