मुरादाबाद ( हिंस)। पहाड़ों पर और मंडल में मूसलाधार बारिश के बीच जहां नदियों का जलस्तर बढ़ गया वहीं जिले के ग्रामीणों की चिंता भी बढ़ गई है। कोसी, रामगंगा, ढेला, फीका आदि नदियां उफान पर होने से शनिवार को रात्रि में जिले के 45 से अधिक गांवों मे ग्रामीणों की हजारों बीघा फसल पानी में डूब गई। वहीं रविवार को ग्रामीण क्षेत्र के मार्गों पर पानी आने से आवागमन बाधित हो रहा है। ग्रामीण इस बात से परेशान है कि यदि थोड़ा पानी और बढ़ा तो गांव के अंदर घुस जाएगा, जिससे मुश्किल और बढ़ जाएगी। जिले में बीते चार दिन मुरादाबाद में हुई मूसलधार बारिश ने आफत बढ़ा दी है। बारिश के कारण ग्रामीण क्षेत्र के ताल-तलैया पानी से लबालब भर गए हैं। कोसी, रामगंगा, ढेला, फीका आदि नदियां उफान पर हैं। रविवार को फिर नदियों का जलस्तर बढ़ने से पानी गांवों तक पहुंच गया है। कोसी नदी का जलस्तर बढ़ने से मूंढापांडे थाना क्षेत्र के गांव रनियाठेर, गदईखेड़ा, लालपुर तीतरी, चक कोहनकू, जैतपुर बिसाहठ, बरवारा खास, खबड़िया भूड़, सिहोरा बाजे, हरपालनगर आदि गांवों तक पानी पहुंच गया है। हरपालनगर, रनियाठेर और गदईखेड़ा गांव में कोसी नदी के कारण कटान हुआ है। नदी में पानी अधिक होने के कारण कटान की पूरी स्थिति का पता अभी बाढ़ खंड भी नहीं लगा सका है। पानी उतरने के बाद ही कटान की सही जानकारी सामने आएगी। इसके अलवा मूंढापांडे क्षेत्र में ही रामगंगा नदी से जैपुर और वीरपुर बरियार गांव में कटान हो गया है। जहां बाढ़ खंड की टीम नदी किनारे ब्लॉक लगाकर पानी रोकने का प्रयास कर रही है ताकि गांवों में पानी न घुसे। इसी तरह ढेला और फीका नदी का जलस्तर बढ़ने से ठाकुरद्वारा, डिलारी और भोजपुर थाना क्षेत्र के कई गांवों में फसल पूरी तरह पानी में डूब गई है। सड़कों पर पानी भरने से ग्रामीणों का गांव से निकलना तक मुश्किल हो रहा है। वहीं भोजपुर थाना क्षेत्र के काफियाबाद में इस्लामनगर – पीपलसाना मार्ग पर काफियाबाद की पुलिया पर पानी बह रहा है। इस कारण वहां आवागमन ठप है। ग्रामीण मोहम्मद उल्ला, शफीक अहमद, बाबू राम, राधे श्याम आदि ग्रामीणों ने बताया कि काफियाबाद में चड़ियों का मेला वाला मैदान डूब गया है। खेतों में पानी भरने से फसल बर्बाद होने के कगार पर है।