कोलकाता । कोलकाता से सटे मरहट्टी इलाके में स्थित सागर दत्त मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में शुक्रवार रात एक मरीज की मौत को लेकर उसके स्वजन ने ड्यूटीरत जूनियर डॉक्टरों, नर्सों और अन्य चिकित्साकर्मियों की पिटाई कर दी। इसमें सात लोग घायल हो गए। इसके बाद जूनियर डॉक्टरों व नर्सों ने पुख्ता सुरक्षा की मांग करते हुए काम बंद कर दिया। घटना ने बंगाल के सरकारी अस्पतालों की सुरक्षा व्यवस्था पर फिर सवाल खड़ा कर दिया है। मालूम हो कि आरजी कर अस्पताल में महिला डॉक्टर से दरिंदगी की घटना के बाद मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने समस्त सरकारी हुए कहा है कि जब तक उन्हें छोड़ा नहीं जाएगा, तब तक वह शव नहीं लेंगे। जानकारी के मुताबिक, शुक्रवार शाम 29 साल की रंजना साव नामक महिला को इलाज के लिए अस्पताल लाया गया था। कुछ देर बाद उसकी मौत हो गई थी। मृतका के स्वजन ने इलाज में लापरवाही का आरोप लगाते हुए जूनियर डाक्टरों, नर्सों व अन्य चिकित्सा कर्मियों को मारा-पीटा। खबर मिलने पर वेस्ट बंगाल जूनियर डाक्टर्स फ्रंट का एक प्रतिनिधिदल वहां पहुंचा। आश्वासन नहीं, चाहिए एक्शन स्वास्थ्य सचिव नारायण स्वररूप निगम शनिवार को अस्पताल पहुंचे और जूनियरों डॉक्टरों को सुरक्षा का आश्वासन दिया।