अपने छह साल के बेटे को समझती थी राक्षस, डायपर न बदलना पड़े इसलिए नहीं देती थी खाना; हत्या कर देश छोड़ा
महाराष्ट्र की राजनीति में उबाल आना स्वाभाविक है, इससे लोगों का आहत होना भी उचित हैं छत्रपति प्रतिमा का ढहना शासन – तंत्र की भ्रष्टता का प्रमाण