इंफाल | मणिपुर सरकार ने इंडिया रिजर्व बटालियन (आईआरबी) के नवनियुक्त कर्मियों के लिए आदेश जारी किया। मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह ने कहा कि 10वीं और 11वीं आईआरबी के नवनियुक्त कर्मियों को जिन्होंने हाल ही में असम में अपना प्रशिक्षण समाप्त किया, उन्हें विशेष अभ्यास से गुजरना होगा। इसका एकमात्र उद्देश्य यह है कि कर्मियों को राजमार्ग सुरक्षा और कानून को संभालने के लिए तैनात किया जा सके। पूर्वी इंफाल जिले के पांगेई में मणिपुर पुलिस ट्रेनिंग सेंटर का दौरा करने के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि बहाल किए गए लोगों को इस केंद्र मों विशेष प्रशिक्षण से गुजरना होगा। मुख्यमंत्री बीरेन सिंह ने कहा कि पांगेई में नवनियुक्त कर्मियों को विशेष प्रशिक्षण से गुजरना होगा। यहां उन्हें सिखाया जाएगा कि कानून और व्यवस्था की स्थिति को कैसे संभालना है। अगर अभी कर्मियों को विभिन्न पुलिस स्टेशनों में तैनात किया जाएगा तो उनका मनोबल गिर सकता है। इसलिए हमने उन्हें एक ही स्थान पर रखने और जहां भी जरूरत होगी उनकी सेवाओं को इस्तेमाल किया जाएगा। उन्होंने आगे कहा कि कुछ कर्मियों को राजमार्ग सुरक्षा के लिए रखा जाएगा, जबकि अन्य को कानून और व्यवस्था की स्थिति से निपटने के लिए रखेंगे। सीएम बीरेन सिंह ने कहा कि कई पुलिसकर्मियों को फिर से एक बार अपने कोर्स से गुजरना होगा। उन्होंने बताया कि नुंगबा और सैवोम में 10वीं और 11वीं आईआरबी के बटालियन मुख्यालयों में निर्माण और रखरखाव का काम भी जारी है। मुख्यमंत्री ने बहाल किए गए कर्मियों के परिवारवालों से ट्रांसफर के लिए मंत्रियों से सिफारिश न करने की अपील की। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट करते हुए सीएम बीरेन सिंह ने कहा कि आज मैंने नवनिर्मित बैरक का निरीक्षण करने के लिए पांगेई में मणिपुर पुलिस प्रशिक्षण केंद्र का दौरा किया। इसका उपयोग जल्द ही किया जाएगा। राज्य में मौजूदा कानून- व्यवस्था की स्थिति को देखते हुए नवनियुक्त कर्मियों को विशेष प्रशिक्षण से गुजरना होगा। पूरे मणिपुर में सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए हमारे पुलिस बल की ताकत को बढ़ाने के लिए यह कदम लिया गया है। उन्होंने कहा कि स्कूल-कॉलेजों में शरण लेकर रहने वाले विस्थापित लोगों के लिए घर बनाए जा रहे हैं।