यमुनानगर ( हिंस) । फिल्म अभिनेत्री व भाजपा सांसद कंगना रनौत द्वारा निर्मित फिल्म इमरजेंसी का विरोध पूरे हरियाणा प्रदेश में हो रहा है। सिख समाज द्वारा इस फिल्म पर बैन लगाने की मांग को लेकर अलग-अलग जिलों में उपायुक्त के माध्यम से भारत सरकार के गृह मंत्री, केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री, राज्यपाल, सेंसर बोर्ड के अध्यक्ष और पुलिस महानिदेशक के नाम ज्ञापन दिए जा रहें है। इसी कड़ी में मंगलवार को सिख समाज के लोगों ने लघु सचिवालय के सामने इकठ्ठा होकर धरना प्रदर्शन किया और जगाधरी के उपमंडल अधिकारी सोनू राम को ज्ञापन सौंपा। इससे पहले जिला सचिवालय के मुख्य गेट पर सिख समाज के लोगों ने पाठ किया। सिख समाज के लोगों का कहना था कि फिल्म अभिनेत्री व बीजेपी सांसद कंगना रनौत सिख समुदाय के प्रति व देश के किसानों के प्रति अक्सर जहर भरे नफरती बयान देती रहती है। इमरजेंसी फिल्म कंगना द्वारा निर्मित व निर्देशित की गई है। इस फिल्म में सिख कौम के अक्स व सिखों के किरदार को गलत तरीके से पेश किया है। ताकि अन्य समुदायों में सिखों के प्रति नफरत व गलत भावना पैदा हो। सिख समाज ने कहा कि हमारी मांग हैं की समाज के भाईचारे को नुकसान पहुंचाने वाली व सिख कौम की छवि को तथ्यों के विपरीत प्रस्तुत करने वाली इस फिल्म के प्रसारण को तुरंत प्रतिबंधित किया जाए। उन्होंने कहा कि आजादी की लड़ाई में सबसे अधिक कुर्बानियों करने वाली, देश के अन्न भंडारों को भरने व देश के उद्योग विकास का बढ़ावा देने वाली व सरहदों पर देश की रक्षा के लिए सर्वाधिक बेटों की जान देने वाली सिख कौम पहले ही सरकारों द्वारा लिए जा रहे पक्षपात के कारण ठगा हुआ महसूस कर रही है। ऐसे में सिख कौम की गलत छवि प्रस्तुत करने वाली यह फिल्म जख्मों पर नमक छिड़कने के समान है। उन्होंने कहा कि सेंसर बोर्ड में कोई भी सिख प्रतिनिधि न होने के चलते पहले भी इस प्रकार के कुटिल प्रयास होते रहे हैं जो चिंता व दुख का विषय है। उन्होंने प्रशासन को चेतावनी देते हुए कहा कि इस फिल्म को सिनेमाघरों में आने वाली 6 सितंबर को रिलीज ना किया जाए अन्यथा सिख समाज सड़कों पर आंदोलन करने पर मजबूर होगा और इसकी सारी जिम्मेदारी सरकार व प्रशासन की होगी।