नई दिल्ली । तेल की अंतरराष्ट्रीय कीमतों में इस सप्ताह गिरावट आने की संभावना है। विशेषज्ञों का मानना है कि इजराइल और ईरान के बीच हालिया तनाव के बावजूद तेल आपूर्ति में कोई बाधा नहीं आई है, जिससे कीमतों पर दबाव कम हुआ है। शनिवार को इजराइली लड़ाकू विमानों ने तेहरान और पश्चिमी ईरान के सैन्य ठिकानों पर हवाई हमले किए। इस घटना के बाद बाजार में अनिश्चितता बनी हुई थी, लेकिन अब ईरान की प्रतिक्रिया संयमित होने के चलते तनाव कम हो गया है। ब्रेंट और यूएस वेस्ट टेक्सास इंटरमीडिएट (डब्ल्यूटीआई) क्रूड फ्यूचर्स में पिछले सप्ताह 4 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई थी, जिससे वैश्विक ऊर्जा बाजार में अस्थिरता देखी गई। एक विशेषज्ञ ने कहा कि बाजार ने बड़ी राहत की सांस ली है, क्योंकि इजराइल की प्रतिक्रिया से जुड़ी अनिश्चितता अब खत्म हो गई है। उन्होंने इस स्थिति को अमेरिकी प्रशासन के लिए चुनावों से पहले अनुकूल बताया। अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन के इजराइल दौरे के तुरंत बाद हुए इस हमले को भू- राजनीतिक दृष्टिकोण से रणनीतिक माना जा रहा है। इसी बीच सिडनी स्थित एक आईजी मार्केट एनालिस्ट ने भी टिप्पणी की कि इजराइल का हमला तेल के बुनियादी ढांचे पर नहीं हुआ, जिससे अनिश्चितता में कमी आई है।