मुंबई। भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने हाल ही में जारी किए गए ताजे आंकड़े द्वारा बताया गया है। कि 1 नवंबर को समाप्त हुए पखवाड़े में उधारी और जमा की वृद्धि लगभग समान रही। इस दौरान उधारी और जमा दोनों ही 11.9 प्रतिशत की दर से बढ़ी हैं। यह स्थिति पिछले 30 महीनों में पहली बार आई है, जब उधारी और जमा की वृद्धि समान रही है। पिछले पखवाड़े की तुलना में, जिसमें जमा वृद्धि उधारी से अधिक थी, 18 अक्टूबर को समाप्त हुए पखवाड़े में इस स्थिति में पलटाव देखने को मिला। इसमें उधारी वृद्धि 11.5 प्रतिशत रही, जबकि जमा वृद्धि 11.7 प्रतिशत थी। यह बदलाव उस समय के बाद आया, जब आरबीआई ने बैंकों को उधारी और जमा अनुपात को कम करने के लिए निर्देशित किया था । विशेषज्ञों का मानना है कि आगे चलकर उधारी की वृद्धि जमा से अधिक रह सकती है, खासकर चौथी तिमाही में । यह आमतौर पर उधारी की सबसे सक्रिय अवधि होती है। इसके अलावा, एचडीएफसी बैंक जैसे बड़े निजी बैंक ने भी अपनी उधारी वृद्धि को धीमा किया है ताकि वह अपने उधारी और जमा अनुपात को कम कर सके।