
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अमेरिका के जानेमाने पॉडकास्टर लेक्स फ्रीडमैन से लंबी बातचीत हुई है। इसमें पीएम मोदी ने लेक्स फ्रीडमैन से अपने बचपन से लेकर सार्वजनिक जीवन की यात्रा समेत विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लेक्स फ्रीडमैन के साथ पॉडकास्ट में आरएसएस से अपने जुड़ाव के बारे में भी बात की है। इसमें पीएम मोदी ने कहा कि मैं खुद को सौभाग्यशाली मानता हूं कि मैंने आरएसएस जैसे प्रतिष्ठित संगठन से जीवन का सार और मूल्य सीखा। मुझे उद्देश्यपूर्ण जीवन मिला। पीएम मोदी ने बताया कि बचपन में आरएसएस की सभाओं में जाना हमेशा अच्छा लगता था। मेरे मन में हमेशा एक ही लक्ष्य रहता था, देश के आना। यह संघ (आरएसएस) ने मुझे सिखाया। आरएसएस इस साल 100 साल पूरे कर रहा है। आरएसएस से बड़ा कोई स्वयंसेवी संघ दुनिया में नहीं है। आरएसएस को समझना आसान काम नहीं है, इसके कामकाज को समझना होगा । यह अपने सदस्यों को जीवन का उद्देश्य देता है। यह सिखाता है कि राष्ट्र ही सब कुछ है और समाज सेवा ही ईश्वर की सेवा है। हमारे वैदिक संतों और स्वामी विवेकानंद ने जो सिखाया है, संघ भी यही सिखाता है… आरएसएस के कुछ सदस्यों ने शिक्षा में क्रांति लाने के लिए विद्या भारती नामक संगठन की शुरुआत की। उनके देश भर में करीब 25 हजार स्कूल चलते हैं, एक समय में 30 लाख छात्र इन स्कूलों में पढ़ते हैं… वामपंथियों द्वारा प्रचारित श्रमिक आंदोलन दुनिया के मजदूरों, एक हो जाओ! का नारा लगाते हैं, जबकि आरएसएस का श्रमिक संगठन मजदूरों, दुनिया को एक करो ! का नारा लगाता है। वहीं, लेक्स फ्रीडमैन के साथ पॉडकास्ट में पीएम मोदी ने अपनी आलोचनाओं पर भी खुलकर बात की। उन्होंने कहा कि मैं आलोचना का स्वागत करता हूं, मेरा दृढ़ विश्वास है कि यह लोकतंत्र की आत्मा है। इस दौरान उन्होंने पाकिस्तान को लेकर भी बात की। पीएम ने कहा कि हमें पूरी उम्मीद है कि पाकिस्तान को सद्बुद्धि मिलेगी और वे शांति का रास्ता चुनेंगे। पीएम ने कहा कि पाकिस्तान के लोग भी शांति चाहते हैं। मैंने अपने शपथ ग्रहण समारोह में पाकिस्तान को आमंत्रित किया था ताकि वह एक नया अध्याय शुरू कर सके, लेकिन शांति के हर प्रयास का सामना दुश्मनी और विश्वासघात से हुआ । पीएम मोदी ने कहा कि जब भी हम शांति की बात करते हैं, तो दुनिया हमारी बात सुनती है क्योंकि भारत गौतम बुद्ध और महात्मा गांधी की भूमि है । लेक्स फ्रीडमैन पॉडकास्ट में पीएम मोदी ने कहा कि जब मैं विश्व नेताओं से हाथ मिलाता हूं, तो ऐसा मोदी नहीं बल्कि 1.4 अरब भारतीय करते हैं। उन्होंने कहा कि मेरी ताकत मेरे नाम में नहीं बल्कि 1.4 अरब भारतीयों और देश की फ्रीडमैन पिछले महीने पीएम मोदी का साक्षात्कार लेने के लिए भारत आए कालातीत संस्कृति और विरासत के समर्थन में निहित है। गौरतलब है कि थे। अपनी यात्रा से पहले उन्होंने भारत के इतिहास सहित कई विषयों पर घंटों पीएम मोदी के साथ बातचीत करने की खुशी और उत्सुकता व्यक्त की थी । दीर्घकालिक लाभ लाने वाली नीतियों को लागू करने पर केंद्रित है। एक उन्होंने यह भी कहा था कि पीएम मोदी उनके अब तक पढ़े गए सबसे के करीब 29 घंटे बाद, क्रू 10 अंतरिक्ष यात्रियों का स्पेसएक्स क्रू ड्रैगन वह अपराधी हैं। उसे ऐसा बिल्कुल नहीं करना चाहिए था। रजवी ने कहा था आकर्षक इंसानों में से एक हैं।
