आठ अरब डॉलर दान में देकर बिना घर और कार के गुजार दी जिंदगी, नहीं रहे दानवीर चार्लस फीनी
नई दिल्ली।
अरबों डॉलर की संपत्ति दान में दे देने वाले एक खुदरा उद्यमी और निवेशक चार्ल्स चक फीनी का निधन हो गया । वे 92 वर्ष के थे । उन्होंने अपने जीवन में कई अरब डॉलर की संपत्ति अर्जित की और फिर इसे सब कुछ दान में दे दिया । उनके पास अपना घर और कार तक नहीं थी। उन्होंने अपना आखिरी समय किराये के मकान में गुजारा |
फीनी के फाउंडेशन अटलांटिक फिलैनथ्रॉपीज ने अपनी वेबसाइट पर जानकारी दी है कि सैन फ्रांसिस्को में उनका निधन हो गया। फीनी ने 1960 में कॉर्नेल विश्वविद्यालय के एक स्नातक सहपाठी के साथ लक्जरी सामानों में विशेषज्ञता वाले ड्यूटी फ्री एयरपोर्ट स्टोर्स की एक श्रृंखला ड्यूटी फ्री शॉपर्स की स्थापना की थी ।
1996 में, फीनी ने डीएफएस में अपने शेयरों को फ्रांसीसी लक्जरी सामान समूह एलवीएमएच को बेच दिया । ब्रांड की वेबसाइट के अनुसार, डीएफएस के पास कई महाद्वीपों में फैले 850 से अधिक बुटीक हैं। अटलांटिक फिलैंथ्रॉपीज के अनुसार, फीनी गिविंग व्हाइल लिविंग के प्रस्तावक थे, उनका मानना था कि वह मरने के बाद नींव स्थापित करने के बजाय जीवित रहने के दौरान अपनी संपत्ति का दान करके अधिक बदलाव ला सकते हैं ।
फनी ने अपनी एक जीवनी में कहा, जब आप मर जाते हैं तो देने की में 'तुलना' जीवित रहते हुए देना अधिक मजेदार होता है। फाउंडेशन के अनुसार, फीनी ने 1982 में अटलांटिक फिलैनथ्रॉपीज की स्थापना की और दो साल बाद अपनी सभी व्यावसायिक संपत्तियों को इसमें स्थानांतरित कर दिया। 2020 में, फाउंडेशन ने अपने दरवाजे बंद कर दिए और कहा कि उसने अपने सभी फंड सफलतापूर्वक दान में दे दिए हैं।
फाउंडेशन ने कहा कि कुल मिलाकर, अटलांटिक फिलैनथ्रॉपीज ने पांच महाद्वीपों में कुल आठ अरब डॉलर दान के रूप में दिए इसमें से अधिकांश गुप्त दान के रूप में दिए गए। उनके दान की राशि से शिक्षा, स्वास्थ्य देखभाल और मानव अधिकारों के क्षेत्र में काम के लिए इस्तेमाल किया गया। फाउंडेशन की वेबसाइट के अनुसार, फीनी के दान की राशि का इस्तेमाल वियतनाम में बुनियादी ढांचे विकसित करने, आयरलैंड में विश्वविद्यालयों को मदद करने में किया गया। इसकी राशिर कैंसर व हृदय रोग के इलाज खोजने के लिए समर्पित चिकित्सा केंद्रों को भी दिया गया।
फीनी ने अपने जीवन के अंतिम तीन दशकों को मितव्ययिता से जीने का फैसला किया। फाउंडेशन के अनुसार, उनके पास कार या घर नहीं था, वह सैन फ्रांसिस्को में किराए के अपार्टमेंट में रहना पसंद करते थे। फीनी का जन्म एलिजाबेथ, न्यू जर्सी में ग्रेट डिप्रेशन के दौरान एक श्रमिक वर्ग के आयरिश- अमेरिकी परिवार में हुआ था, जिन्होंने जीआई बिल के समर्थन से 1952 में कॉर्नेल विश्वविद्यालय में दाखिला लिया था। वह अपने परिवार में कॉलेज जाने वाले पहले व्यक्ति थे ।
विश्वविद्यालय में उनके निवेश कारण फेनी को कॉर्नेल के तीसरे संस्थापक के रूप में संदर्भित किया गया है। कॉर्नेल की वेबसाइट पर जारी श्रद्धांजलि के अनुसार, उन्होंने 1982 से अपने फाउंडेशन के माध्यम से कॉर्नेल को लगभग एक बिलियन डॉलर दिए ।
2011 में, फीनी ने बिल और मेलिंडा गेट्स और वॉरेन बफेट की ओर से शुरू की गई प्रतिबद्धता गिविंग प्लेज पर हस्ताक्षर किए, जो अमेरिका के सबसे धनी परिवारों और व्यक्तियों को परोपकारी प्रयासों के लिए अपनी संपत्ति समर्पित करने के लिए प्रोत्साहित करता है। फीनी ने अपने प्रतिज्ञा पत्र में लिखा, मैं जीवित रहते हुए धन दान देने की तुलना में और किसी चीज को बेहतर नहीं समझता। हमें मानव जाति की स्थिति में सुधार के लिए सार्थक प्रयासों के लिए व्यक्तिगत रूप से खुद को समर्पित करना चाहिए ।