
भले ही सोशल नेटवर्किंग का क्रेज आजकल के बच्चों में अधिक दिखता हो और इंटरनेट के मामलों में वे काफी समझदार हो गए हों, लेकिन उनको ये नहीं भूलना चाहिए कि एक छोटी सी भूल उनके लिए नुकसानदेह हो सकती है। सिर्फ बच्चों ही नहीं मां-बाप को भी इस मामले में ख्याल रखना चाहिए। सोशल नेटवर्किंग में खतरे हैं तो क्या इसका यह मतलब नहीं है कि हमें इन साइट्स को ब्लॉक कर देना चाहिए या हमें इन साइट्स का प्रयोग ही नहीं करना चाहिए।
