
गुवाहाटी । कृषि विभाग (डीए) ने पंजाबी बाग के गुवाहाटी एलपीग्राम में किसान उत्पादक संगठन (एफपीओ) मेला 2025 का आयोजन किया है। आज से शुरू हुआ यह तीन दिवसीय कार्यक्रम 19 मार्च तक चलेगा, जो स्थानीय किसान समूहों को अपने उत्पादों को प्रदर्शित करने और बेचने के लिए एक मंच प्रदान करेगा। साथ ही साथ उनकी व्यावसायिक क्षमताओं को भी मजबूत करेगा। इस कार्यक्रम का आधिकारिक उद्घाटन कृषि, बागवानी आदि मंत्री अतुल बोरा ने किया, जिसके साथ असम की कृषि क्षमता के तीन दिवसीय रोमांचक प्रदर्शन की शुरुआत हुई। अपने संबोधन में, मंत्री बोरा ने केंद्र सरकार की 10, 000 किसान उत्पादक संगठन (एफपीओ) योजना के गठन और संवर्धन के महत्व पर जोर दिया, जो सामूहिक खेती को बढ़ावा देने और बाजारों तक उनकी पहुंच में सुधार करके भारत भर में छोटे और सीमांत किसानों को सशक्त बनाने के लिए बनाई गई एक महत्वपूर्ण पहल है। उन्होंने इस तरह के सहयोगात्मक प्रयासों से असम के किसानों के लिए अपार संभावनाओं पर भी प्रकाश डाला। मेले में असम से 43 एफपीओ तथा मेघालय से दो एफपीओ भाग ले रहे हैं। ये एफपीओ स्थानीय स्तर पर उत्पादित कृषि वस्तुओं की एक विस्तृत श्रृंखला का प्रदर्शन कर रहे हैं और ग्राहकों और व्यापार भागीदारों के साथ जुड़ रहे हैं, जिससे उनके उत्पादों के व्यावसायीकरण में सुविधा हो रही है। यह आयोजन असम के कृषि पारिस्थितिकी तंत्र को मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, जो यह सुनिश्चित करता है कि एफपीओ आधुनिक बाजार में पनपने के लिए आवश्यक उपकरणों और संसाधनों से लैस हों । इस कार्यक्रम में कृषि उत्पादन आयुक्त अरुणा राजोरिया भी उपस्थित थीं, भास्कर पेगु, कृषि निदेशक, तेज प्रसाद भूषण, सचिव, कृषि विभाग, लोकेन दास, मुख्य महाप्रबंधक, नाबार्ड, और हरि बोरो, एसएफएसी में सलाहकार । इन गणमान्य व्यक्तियों ने कृषि एवं संबद्ध विभागों के अन्य अधिकारियों के साथ मिलकर क्षेत्र में एफपीओ के निरंतर विकास के लिए अपना पूर्ण समर्थन व्यक्त किया।
