
182 लोगों को बनाया बंधक 20 को उतारा मौत के घाट आतंकियों की धमकी – एक्शन लिया तो सब मारे जाएंगे
क्वेटा । पाकिस्तान से एक बड़ी खबर सामने आई है। आतंकवादियों ने मंगलवार को दक्षिण-पश्चिमी पाकिस्तान में एक यात्री ट्रेन पर गोलीबारी की। इस गोलीबारी में ट्रेन का चालक गंभीर रूप से घायल हो गया है। जानकारी के अनुसार आंतकियों ने इस ट्रेन को हाईजैक कर लिया है। सबसे हैरान करने वाली बात तो ये है कि इस ट्रेन में पाकिस्तान की सेना, पाकिस्तान की पुलिस और पाकिस्तान के आतंकवाद निरोधक दल के अफसर व आईएसआई के अधिकारी भी थे । बताया जा रहा है कि इस ट्रेन में बैठे पाकिस्तान के अधिकारियों की संख्या 182 से ज्यादा है। सभी अफसर छुट्टी मनाने के लिए पाकिस्तान पंजाब प्रांत में जा रहे थे। बलूचों ने ट्रेन में बैठे इन पाकिस्तानी अधिकारियों को भी चेतावनी दी है कि जरा सी हरकत की तो सभी यात्रियों को मार दिया जाएगा। खबर सामने आ रही है कि बलूच आर्मी ने इस ट्रेन से महिलाओं और बच्चों को रिहा कर दिया है। बलूच लिबरेशन आर्मी की फिदायिन आर्मी और मजीद ब्रिगेड इस मिशन को लीड कर रही है। उधर रेलवे अधिकारियों ने बताया कि ट्रेन पाकिस्तान के दक्षिण-पश्चिमी बलूचिस्तान प्रांत के क्वेटा से खैबर पख्तूनख्वा पेशावर जा रही थी, तभी उस पर गोलीबारी की गई। इस आतंकी हमले में 11 सैनिक समेत 20 लोगों की मौत की खबर भी है। इस घटना पर अधिकारियों ने एक बयान में बताया कि उग्रवादी अलगाववादी समूह बलूच लिबरेशन आर्मी (बीएलए) ने हमले की जिम्मेदारी ली है। अधिकारियों ने बताया कि इस संगठन ने सुरक्षा बलों सहित ट्रेन में सवार सैकड़ों लोगों को बंधक बना लिया है। अधिकारियों ने बताया कि घटनास्थल पर सुरक्षा बलों को भेजा गया है और जांच की जा रही है। जानकारी दें कि पाकिस्तान का बलूचिस्तान क्षेत्र एक संसाधन संपन्न इलाका है। हालांकि, इस क्षेत्र में हमेशा संघर्ष की घटनाओं को देखा गया है। एक पाकिस्तानी अखबार ने अधिकारियों के हवाले से बताया कि क्वेटा से पेशावर जा रही जाफर एक्सप्रेस ट्रेन पर गोलीबारी की गई है। रेलवे नियंत्रक मुहम्मद काशिफ ने बताया कि इस ट्रेन में करीब 450 से अधिक यात्री सवार हैं। उन्होंने कहा कि ट्रेन को सुरंग संख्या 8 में हथियारबंद लोगों ने रोक लिया। इस घटना पर सरकार का बयान सामने आया है, जिसमें कहा गया कि सभी अस्पताल में आपातकाल लागू कर दिया गया है। इसके साथ ही एंबुलेंस और सुरक्षा बल घटनास्थल पर पहुंच रहे हैं। बताया जा रहा है कि जहां पर ये घटना हुई है वह पहाड़ी इलाका है, जिस कारण अधिकारियों को वहां पर पहुंचने में परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। जानकारी के अनुसार पाकिस्तान स्थित आतंकवादी समूह बलूच लिबरेशन आर्मी (बीएलए) ने हमले की जिम्मेदारी लेते हुए कहा कि उसने 182 से अधिक यात्रियों को बंधक बना लिया है। इस संबंध में एक बयान जारी करते हुए बीएलए ने कहा कि बलूच लिबरेशन आर्मी ने मशकफ, धादर, बोलन में एक रणनीतिक अभियान चलाया है, जिसमें जाफर एक्सप्रेस को पटरी से उतारकर उस पर नियंत्रण कर लिया गया है। आतंकी संगठन ने बयान में कहा कि 11 सैन्यकर्मी मारे गए, जबकि 182 से अधिक यात्रियों को बीएलए ने हिरासत में ले लिया है। अधिकारियों ने एक बयान में कहा कि रेलवे विभाग ने बचाव के लिए घटनास्थल पर और ट्रेनें भेजी हैं। घटना के पैमाने और आतंकवादी तत्वों की संभावना का पता लगाया जा रहा है। इस घटना के बाद सरकार एक्शन मोड में है। बलूचिस्तान सरकार ने आपातकालीन उपाय करने और सभी संस्थानों को सक्रिय रहने का आदेश दिया है। ट्रेन हाईजैक की घटना के बीच अधिकारी सतर्क हैं और उन्होंने इस घटना के बाद लोगों से अपील की है कि किसी प्रकार की अफवाह पर ध्यान न दें। गौर करने वाली बात ये है कि कुछ दिन पहले ही बलूच आर्मी ने एलान किया था कि वो पाकिस्तान पर अपने हमले के तरीकों को बदल देगा। कुछ दिन पहले ही बलूचिस्तान और सिंध प्रांत के पांच संगठनों ने पाकिस्तान और चीन के खिलाफ हाथ मिला लिया था । इनमें तीन संगठन बलूचिस्तान के हैं और दो संगठन सिंध प्रांत के हैं। मकसद साफ है बलूचिस्तान और सिंध प्रांत को पाकिस्तान से अलग करना और काम शुरू भी हो चुका है। कुछ दिन पहले पाकिस्तान की संसद में भी बयान दिया गया था कि बलूचिस्तान से पांच से सात प्रांत खुद को आजाद घोषित करने वाले हैं। बलूचिस्तान में पिछले एक साल में आतंकवादी हमलों में वृद्धि देखी गई है। नवंबर 2024 में क्वेटा रेलवे स्टेशन पर हुए आत्मघाती धमाके में कम से कम 26 लोग मारे गए थे और 62 अन्य घायल हुए थे। तेल और खनिज संपन्न बलूचिस्तान, पाकिस्तान का क्षेत्रफल के हिसाब से सबसे बड़ा लेकिन सबसे कम आबादी वाला प्रांत है। ईरान और अफगानिस्तान की सीमा से लगा बलूचिस्तान लंबे समय से हिंसक अलगाववाद से जूझ रहा है। बलूच विद्रोही समूह अक्सर सुरक्षा कर्मियों, सरकारी परियोजनाओं और क्षेत्र में 60 अरब अमेरिकी डॉलर की लागत वाली चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारा (सीपीईसी) परियोजनाओं को निशाना बनाकर हमले करते रहते हैं। इस ट्रेन हाईजैक से ठीक पहले अमेरिका ने भी बलूचिस्तान को लेकर एक बहुत बड़ा एलान किया था। अमेरिका ने अपने देश के नागरिकों को चेतावनी दी थी कि वो बलूचिस्तान न जाए, क्योंकि बलूचिस्तान में कुछ बड़ा होने वाला है। बलूचिस्तान में आजादी की जंग को देखकर अमेरिका ने अपने लोगों के लिए एक ट्रैवल एडवाइजरी जारी की थी। अमेरिका ने पाकिस्तान को खतरनाक देशों की श्रेणी में डाल दिया और अपने लोगों से कहा कि वो वहां जाने से बचे।
