
गुवाहाटी। असम राज्य सरकार ने सोमवार को घोषणा की कि वह शीघ्र ही अपना उपग्रह, असमसैट प्रक्षेपित करने की योजना बना रही है, जिसका उद्देश्य प्रमुख सामाजिक-आर्थिक पहलों के लिए डेटा तक पहुंच को मजबूत करना तथा सीमा निगरानी को बढ़ाना है। असम के वित्त मंत्री अजंता नेउग ने वित्तीय वर्ष 2025-26 के लिए बजट पेश करते हुए यह घोषणा की। नेउग ने कहा कि (असमसैट उपग्रह ) कृषि, आपदा प्रबंधन, बुनियादी ढांचे के विकास और सुरक्षा सीमा प्रबंधन और पुलिस संचालन के लिए समर्पित सेवाएं प्रदान करने में मदद कर सकता है। राज्य सरकार के अनुसार, उपग्रह की स्थापना ईन स्पेस (भारतीय राष्ट्रीय अंतरिक्ष संवर्धन और प्राधिकरण केंद्र ) और भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के सहयोग से की जाएगी, जो अंतरिक्ष क्षेत्र में निजी निवेश और नवाचार को बढ़ावा देता है । निओग ने कहा कि हम ईनस्पेस / इसरो के सहयोग से असम के कॉलेजों के छात्रों की कल्पनाशीलता को भी प्रज्वलित करेंगे, तथा उन्हें प्रायोगिक उपग्रहों के निर्माण में शामिल करेंगे। मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा के अनुसार, असम देश का पहला राज्य होगा जिसके पास अपना उपग्रह होगा। प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित करते हुए सीएम ने कहा कि अगर हमारे पास अपना उपग्रह होगा, तो यह हमें बता सकता है कि कोई विदेशी अवैध रूप से प्रवेश करने की कोशिश कर रहा है या नहीं, आने वाली बाढ़ के बारे में पहले से जानकारी दे सकता है, मौसम की रिपोर्ट में मदद कर सकता है जिससे हमारे किसानों को फायदा होगा। उन्होंने कहा कि इसरो के साथ प्रारंभिक चर्चा चल रही है।
