ट्रंप का साथ छूटने से घबराए यूरोपीय देश कर रहे जंग की तैयारी, जनता को थमा रहे हथियार

ट्रंप का साथ छूटने से घबराए यूरोपीय देश कर रहे जंग की तैयारी, जनता को थमा रहे हथियार
ट्रंप का साथ छूटने से घबराए यूरोपीय देश कर रहे जंग की तैयारी, जनता को थमा रहे हथियार

वॉशिंगटन । यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बीच हुई तीखी बहस के बाद यूरोपीय देश टेंशन में आ गए हैं। उन्हें लग रहा है कि अमेरिका ने उनका साथ छोड़ दिया है। इसके बाद से ही सभी देश जंग की तैयारियों में जुटे दिखाई दे रहे है। वे अपनी जनता को हथियार दे रहे और उन्हे उसका प्रशिक्षण भी दे रहे हैं। अब तक अमेरका यूरोप के देशों की रक्षा में हमेशा खड़ा रहता था। उसके फाइटर जेट्स, आर्मी हर पल उनकी सिक्योरिटी  में लगे रहते थे। लेकिन जब से ट्रंप ने कह दिया है कि अब वे एक रुपया भी इन पर नहीं खर्च करने वाले, तब से यूरोपीय देश खौफ में आ गए हैं। यूरोपीय यूनियन के नेताओं ने इमरजेंसी मीटिंग की है। इसमें डिफेंस बजट तुरंत बढ़ाने का ऐलान किया गया है। इसके अलावा पोलैंड अपने सभी लोगों को हथियारों की ट्रेनिंग देने जा रहा है। कुछ ऐसा ही प्लान फ्रांस और जर्मनी का भी है। ब्रिटेन के आर्मी चीफ पहले से कहते आ रहे हैं कि हमें सबको आस ट्रेनिंग देनी होगी, कि अगर कोई अटैक हो तो उसका मुकाबला किया जा सके।पोलैंड के प्रधानमंत्री डोनाल्ड टस्क ने संसद में कहा कि पोलैंड में सभी पुरुषों को आर्मी ट्रेनिंग देने जा रहे हैं। हम पोलिश सेना का आकार वर्तमान 200,000 से बढ़ाकर 500,000 करना चाहते हैं। महिलाएं भी ट्रेनिं ले सकती हैं। पोलैंड अपना डिफेंस बजट 5 प्रतिशत तक बढ़ाएगा। यूरोपीय यूनियन के 27 देशों ने मिलकर 800 बिलियन यूरो का एक्स्ट्रा डिफेंस बजट मंजूर किया है। इनमें 150 बिलियन यूरो से नए हथियार और गोला बारूद खरीदा जाएगा। फ्रांस, जर्मनी से लेकर ब्रिटेन तक अभी डिफेंस इंडस्ट्री में जान फूंकने का ऐलान कर चुके हैं। उन्हें ज्यादा गोला-बारूद बनाने का आदेश दिया जा चुका है। हंगरी ने अपना डिफेंस बजट अचानक बढ़ा दिया है।

ट्रंप का साथ छूटने से घबराए यूरोपीय देश कर रहे जंग की तैयारी, जनता को थमा रहे हथियार
ट्रंप का साथ छूटने से घबराए यूरोपीय देश कर रहे जंग की तैयारी, जनता को थमा रहे हथियार