
गुवाहाटी (हिंस)। गुवाहाटी मेडिकल कॉलेज ऑडिटोरियम में रविवार को शिक्षा मंत्री डॉ. रोनोज पेग और विभागीय मंत्री योगेन महन की उपस्थिति में स्थानीय (खिलंजिया) और जनजातीय विश्वासों और सांस्कृतिक स्थलों के समग्र विकास के लिए वित्तीय सहायता प्रदान की गई। रविवार को कार्यक्रम में वित्तीय वर्ष 2024- 25 के तहत ऑल बाथौ महासभा की पहल के अंतर्गत गुवाहाटी के गोरचुक में निर्मित सांस्कृतिक और धरोहर केंद्र के लिए 5 करोड़ रुपए, त्रैवार्षिक सत्र के लिए 50 लाख रुपए, ऑल असम ब्रहम धर्म प्रबंधन समिति सहित पांच अन्य जनजातीय कार्यक्रमों के लिए दूसरी किस्त के रूप में 10 लाख रुपए, 36 विभिन्न स्थानीय जनजातीय पूजा स्थलों के लिए 2वीं किस्त के रूप में प्रत्येक को 5 लाख रुपए, 100 बाथौ थानशालि और 98 ब्रह्म मंदिर के लिए प्रत्येक को 5 लाख रुपए की सहायता राशि की मंजूरी का अनुमोदन पत्र औपचारिक रूप से प्रदान किया गया। उल्लेखनीय है कि उपरोक्त धनराशि को जिला उपायुक्त कार्यालयों के बैंक एकाउंट में स्थानांतरित करने की व्यवस्था की गई। इस मौके पर मुख्य अतिथि और शिक्षा मंत्री पेगु ने कहा कि विश्वास से ही ईश्वर मिलते हैं । यही कारण है कि हमारा विश्वास ही हमारी पहचान है, हम अपने स्थानीय जनजाति के लोगों विश्वास और पूजा स्थलों को विकसित करने के लिए दृढ़ संकल्पित है। उन्होंने कहा कि हमारी प्रत्येक जनजाति का एक विशिष्ट इतिहास है और उस संदर्भ में हमें अपनी व्यक्तिगत पहचान को मजबूत करना है और इसे एक जन आंदोलन में बदलना है। विभाग के विशेष उप सचिव रंजन शर्मा, सचिव मनस नाथ और निदेशक अनुपम चौधरी इस अवसर पर उपस्थित थे । इसके अलावा, राज्य के विभिन्न इंजीनियरिंग कॉलेजों के 12 सहायक प्रोफेसरों को शिक्षा मंत्री डॉ. रोनोज पेगु के जनता भवन के कार्यालय के बैठक कक्ष में आयोजित एक समारोह में नियुक्ति पत्र सौंपे। इस कार्यक्रम में उच्च शिक्षा विभाग के सचिव नारायण कुंवर और तकनीकी शिक्षा विभाग के निदेशक ध्रुवज्योति बोरा ने भाग लिया ।
