
गांधीनगर। गुजरात की राजधानी में आयोजित सेमीकंडक्टर सम्मेलन के पहले दिन विदेशी कंपनियों के प्रस्तावों समेत करीब 15,000 करोड़ रुपये के निवेश की संभावना वाले समझौतों पर हस्ताक्षर किए गए। राज्य सरकार के अधिकारी ने बताया कि नेक्स्टजेन समेत कई कंपनियों ने भावी निवेश की प्रतिबद्धता जताई है। समझौतों में एक संयंत्र की स्थापना के लिए विदेशी कंपनियों ने अच्छे निर्णय लिए हैं। गुजरात सरकार की प्रमुख ने सम्मेलन की महत्वपूर्णता को जताया। सेमीकंडक्टर क्षेत्र में नए निवेश से कई रोजगार के अवसर उस्मानी हैं। इस पहलु का उज्जवल भविष्य का निर्माण होगा। गुजरात को एक नई ऊर्जा से समृद्धि की दिशा में कदम बढ़ाने का संकल्प मजबूती से दिखाई दे रहा है। एक सरकारी विज्ञप्ति के मुताबिक, सेमीकंडक्टर के क्षेत्र में कौशल वृद्धि के लिए टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स और भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी), गांधीनगर के बीच एक एमओयू पर हस्ताक्षर किए गए। अहमदाबाद जिले के धोलेरा शहर में भारतीय कंपनी की आगामी सेमीकंडक्टर चिप विनिर्माण इकाई के लिए टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स और ताइवानी फर्मों पीएसएमसी एवं हाइमैक्स टेक्नोलॉजीज के बीच एक त्रिपक्षीय समझौते पर हस्ताक्षर किए गए। बयान के मुताबिक गुजरात में 500 करोड़ रुपये के निवेश से एक नई इलेक्ट्रॉनिक्स विनिर्माण सेवा (ईएमएस) इकाई लगाने के लिए ताइवान सरफेस माउंटिंग टेक्नोलॉजी (टीएसएमटी) के साथ एक और समझौते पर हस्ताक्षर किए गए। इस निवेश से करीब 1,000 नए रोजगार सृजित होंगे।
