
रंगिया ( विभास) । सशस्त्र सीमा बल की 37वीं वाहिनीं के कमांडिंग अधिकारी रामावतार भालोतीया ने बीओपी सामरांग वाहिनीं शिविर में 10 दिवसीय भर्ती पूर्व प्रशिक्षण कार्यक्रम का उद्घाटन किया। आधुनिक भारत फाउंडेशन के सहयोग से सशस्त्र सीमा बल की 37वीं वाहिनीं की पहल में आयोजित इस कार्यक्रम में चाय बागानों और आदिवासी समुदायों के सौ से अधिक महत्वाकांक्षी युवाओं ने भाग लिया । इस कार्यक्रम में आधुनिक भारत फाउंडेशन के खेल प्रमुख इस्प्रधान तांती, ग्राम प्रधान दुकुना नेवार के अलावा बहुत से अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे । बताया गया कि इस प्रशिक्षण कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य युवा उम्मीदवारों को शारीरिक, चिकित्सा और लिखित परीक्षाओं के लिए तैयार करना था, जिससे उनके सशस्त्र सीमा बल में चयनित होने की संभावना बढ़ सके।बताया गया कि यह पहल चाय बागानों और आदिवासी समुदायों से भर्ती को बढ़ावा देने, उन्हें रोजगार और सशक्तिकरण के अवसर प्रदान करने के सरकार के प्रयासों का हिस्सा है। कार्यक्रम के दौरान बल वाहिनीं के कमांडिंग अधिकारी रामावतार भालोतीया ने कहा कि असम में रहने वाले चाय बागानों और आदिवासी युवाओं के लिए विशेष उपायों की व्यवस्था करने के लिए भारत के गृह मंत्री को पत्र लिखने के बाद आधुनिक भारत फाउंडेशन द्वारा यह कार्यक्रम शुरू किया गया था। उन्होंने इस पहल के लिए और आदिवासी और चाय बागान युवाओं को एसएसबी में शामिल होने में मदद करने के लिए आधुनिक भारत फाउंडेशन को धन्यवाद दिया । वहीं ग्राम प्रधान दु कुना नेवार ने इस कार्यक्रम के आयोजन के लिए फाउंडेशन के प्रति आभार व्यक्त किया, जिससे यह सुनिश्चित हुआ कि प्रशिक्षण से चाय बागानों और आदिवासी युवाओं को भविष्य में सशस्त्र सीमा बल में शामिल होने में लाभ होगा। आधुनिक भारत फाउंडेशन के खेल प्रमुख श्री इस्प्रधान तांती ने इस बात पर जोर दिया कि फाउंडेशन पहली बार समुदाय के लाभ के लिए काम कर रहा है। उन्होंने प्रतिभागियों को सशस्त्र सीमा बल में चयनित होने की संभावनाओं को बेहतर बनाने के लिए भर्ती – पूर्व प्रशिक्षण कार्यक्रम पूरा करने के लिए प्रोत्साहित किया । सशस्त्र सीमा बल में शामिल होने के लिए यह प्रशिक्षण ओरंगाजुली टी एस्टेट फुटबॉल ग्राउंड में 10 दिवसीय भर्ती पूर्व कार्यक्रम आयोजित किया गया है । इसी तरह के भर्ती – पूर्व प्रशिक्षण शिविर देश के अन्य हिस्सों, जैसे उदालगुड़ी में भी आयोजित किए गए, जहां आधुनिक भारत फाउंडेशन के सहयोग से भारतीय सेना द्वारा आयोजित शिविर में 244 युवाओं ने भाग लिया।
