कुछ नेता हमारे पर्व – परंपरा को गाली देते हैं, विदेशी ताकतें भी इन लोगों का साथ देती हैं : प्रधानमंत्री

कुछ नेता हमारे पर्व - परंपरा को गाली देते हैं, विदेशी ताकतें भी इन लोगों का साथ देती हैं : प्रधानमंत्री
कुछ नेता हमारे पर्व – परंपरा को गाली देते हैं, विदेशी ताकतें भी इन लोगों का साथ देती हैं : प्रधानमंत्री

छतरपुर (हि.स.)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को कहा कि नेताओं का एक दल ऐसा है, जो धर्म का मखौल उड़ाता है और लोगों को तोड़ने में जुटा है। ये हमारे पर्व और परंपराओं को गाली देते रहते हैं। हिंदू आस्था से नफरत करने वाले ये लोग सदियों से किसी न किसी भेष में रहते रहे हैं। ये हमारी मान्यताओं, संस्कृति और मंदिरों पर हमला करते रहते हैं । विदेशी ताकतें भी इन लोगों का साथ देकर देश और धर्म को कमजोर करने की कोशिश करती हैं । प्रधानमंत्री ने कहा कि गुलामी की मानसिकता में जकड़े ये लोग हमारे मंदिरों, हमारे संत, संस्कृति और सिद्धांतों पर हमला करते रहे हैं। हमारे समाज को बांटना, उसको तोड़ना इनका एजेंडा है। इस माहौल में मेरे छोटे भाई धीरेंद्र शास्त्री काफी समय से एकता के मंत्र को लेकर लोगों को जागरूक करने का काम कर रहे हैं। अब उन्होंने समाज और मानवता के हित में एक और संकल्प लिया है। अब बागेश्वर धाम में भजन, भोजन और निरोगी जीवन तीनों का आशीर्वाद मिलेगा। प्रधानमंत्री मोदी आज मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले में स्थित बागेश्वर धाम में बालाजी कैंसर इंस्टीट्यूट एंड रिसर्च सेंटर का डिजिटल शिलान्यास के बाद यहां आयोजित कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे । इससे पहले बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने प्रधानमंत्री मोदी को बालाजी का विग्रह भेंट कर उनका स्वागत किया। इस दौरान उन्होंने सनातन धर्म पर लिखी किताब और स्मृति चिह्न भी प्रधानमंत्री को भेंट किया प्रधानमंत्री ने जय जटाशंकर धाम की जय से अपने संबोधन की शुरुआत की उन्होंने कहा कि बहुत ही कम दिनों में मुझे दूसरी बार वीरों की इस धरती बुंदेलखंड पर आने का सौभाग्य प्राप्त हुआ। इस बार तो बालाजी का बुलाव आया है। ये हनुमानजी की कृपा है कि आस्था का केंद्र आरोग्य का केंद्र बनने जा रहा है। अभी यहां बागेश्वर धाम मेडिकल साइंस सेंटर का भूमिपूजन किया है। यहां 10 एकड़ में बनेगा। पहले चरण में 100 बेड की सुविधा तैयार होगी। इस कार्य के लिए धीरेंद्र शास्त्री का अभिनंदन करता हूं। बुंदेलखंड के लोगों को बधाई देता हूं। उन्होंने कहा कि दूसरों की सेवा, दूसरों की पीड़ा क निवारण ही धर्म है । इसलिए नर में नारायण, जीव में शिव इस भाव से जीव मात्र की सेवा, यही हमारी परंपरा रही है। आजकल हम देख रहे हैं। महाकुम्भ की हर तरफ चर्चा हो रही है । हमारे मंदिर एक ओर पूजा के केंद्र रहे हैं तो दूसरी ओर सामाजिक चेतना के भी केंद्र रहे हैं। हमारे ऋषियों ने हमें आयुर्वेद और योग का वो विज्ञान दिया, जिसका परचम आज पूरी दुनिया में लहरा रह है । हमारे ऋषियों ने ही हमें वो विज्ञान दिया, जिसका परचम पूरी दुनिया मे लहरा रहा है। हमारी तो मान्यता ही है कि परहित सरिस धर्म नहीं भाई आजकल हम देख रहे हैं, महाकुंभ की हर तरफ चर्चा हो रही है। महाकुंभ अब पूर्णता की ओर है। अब तक करोड़ों लोग वहां पहुंच चुके हैं । करोड़ो लोगों ने आस्था की डुबकी लगाई है। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि महाकुम्भ में नेत्र महाकुम्भ चल रहा है, इस तरफ मीडिया का ध्यान जाना मुश्किल है इसकी ज्यादा चर्चा भी नहीं हुई है। इसमें देशभर से आए हुए लोगों की आंखो की जांच मुफ्त में होती है। यहां अब तक दो लाख से ज्यादा भाई-बहनों की आंखों की जांच हो चुकी है। डेढ़ लाख लोगों को निःशुल्क दवाई और चश्मे दिए गए हैं। कुछ लोगों के मोतियाबिंद के ऑपरेशन की जरूरत थी, तो यह से अच्छे अस्पतालों में भेजकर करीब 16 हजार ऑपरेशन के लिए भेज गया। एक भी पैसा खर्च किए बिना इनके ऑपरेशन किए गए हैं। उन्होंने कह कि मैं आप सबकी तरह गरीब परिवार से निकला हूं। मैंने तकलीफों को देख है, इसलिए संकल्प लिया कि मैं इलाज का खर्च कम करूंगा और आपकी जेब में ज्यादा से ज्यादा पैसा बचाऊंगा। पांच लाख रुपए तक का इलाज बिन किसी खर्च के किसी बेटे को अपने माता-पिता का नहीं करवाना है। दिल्ली में आपका बेटा बैठा है। इसके लिए आपको आयुष्मान कार्ड बनवाना है।

कुछ नेता हमारे पर्व - परंपरा को गाली देते हैं, विदेशी ताकतें भी इन लोगों का साथ देती हैं : प्रधानमंत्री
कुछ नेता हमारे पर्व – परंपरा को गाली देते हैं, विदेशी ताकतें भी इन लोगों का साथ देती हैं : प्रधानमंत्री
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