गोलाघाट (हि.स.) । मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने कहा है कि असम और मणिपुर का पुराना रिश्ता फिर से जुड़ गया है। पुराने जमाने में राजा- महाराजा मणिपुर से यहां आकर शरण लेते थे और रहते थे। मुख्यमंत्री बीरेन सिंह सोमवार को देरगांव स्थित लाचित बरफूकन पुलिस ट्रेनिंग अकादमी में पासिंग आउट परेड समारोह में भाग लेने के बाद पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने कहा कि बीते वर्ष तीन मई से मणिपुर की खराब स्थिति के कारण मणिपुर पुलिस के दो बैच का वहां ट्रेनिंग नहीं हो सका। उन्होंने कहा कि वह असम के मुख्यमंत्री डॉ. हिमंत विश्व शर्मा का हृदय से आभार व्यक्त करते हैं कि उन्होंने ऐसी स्थिति में असम पुलिस के इस ट्रेनिंग सेंटर में मणिपुर पुलिस के जवानों को इस प्रकार से ट्रेनिंग दिया। उन्होंने इसके लिए असम के पुलिस महानिदेशक जीपी सिंह तथा स्पेशल डीजीपी हरमीत सिंह को भी धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि आज का पासिंग आउट परेड देखने के बाद पता चलता है कि किस प्रकार से हमारे बच्चों को ट्रेनिंग देकर दक्ष पुलिसकर्मी बनाया गया है। उन्होंने कहा कि इनका परफॉर्मेंस देखकर एक अभिभावक के नाते आज उन्हें बहुत ही अच्छा लग रहा है। उन्होंने मणिपुर के लोगों की ओर से मुख्यमंत्री तथा असम के मंत्रियों को धन्यवाद दिया। एक प्रश्न के उत्तर में बीरेन सिंह ने कहा कि यहां जिस प्रकार ट्रेनिंग के दौरान कुकी और मैतेई युवाओं ने साथ ट्रेनिंग किया है इसी तरह से उन्हें वहां भी साथ काम में लगाया जाएगा। उन्होंने कहा कि मणिपुर में स्थाई शांति बहाल करने के लिए ये सभी मिलकर काम करेंगे। उन्होंने कहा कि मणिपुर में पहले ऐसी स्थिति नहीं थी । सभी आपस में मिलकर रह रहे थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस टीम को तोड़ा नहीं जाएगा। सभी का एक साथ पोस्टिंग किया जाएगा। मणिपुर की जो एकता पहले थी, उसे फिर से बहाल रखने की कोशिशें की जा रही हैं। मणिपुर की स्थिति को नियंत्रित करने संबंधी उपाय के विषय में पूछे जाने पर मुख्यमंत्री बीरेन सिंह ने कहा कि स्थिति जटिल जरूर है, लेकिन उसको नियंत्रित करने की कोशिशें की जा रही हैं। उन्होंने कहा कि धीरे-धीरे मणिपुर में शांति बहाल हो रही है। बांग्लादेश तथा म्यांमार से होने वाले घुसपैठ से संबंधित सवाल पर उन्होंने कहा कि यह समस्या सिर्फ मणिपुर की नहीं, बल्कि असम, मिजोरम, त्रिपुरा, अरुणाचल प्रदेश, मेघालय आदि सभी राज्यों की है। हम सभी मिलकर इसका समाधान करने में लगे हुए हैं। घुसपैठ सभी जगह हो रहा है उसे रोकने की कोशिश की जाएगी।