इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में बरपेटारोड की बेटी लक्ष्मी प्रजापत ने अपना नाम दर्ज कराया

बरपेटारोड। बरपेटारोड की होनहार बेटी लक्ष्मी प्रजापत ने अपनी अद्वितीय प्रतिभा और कड़ी मेहनत से इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में अपना नाम दर्ज कराकर पूरे समाज को गौरवान्वित किया है। केवल 11 वर्ष की उम्र में शिव मानस मंत्र को महज 43 सेकेंड में शुद्ध उच्चारण के साथ वाचन कर लक्ष्मी प्रजापत ने ऐसा कीर्तिमान स्थापित किया, जो प्रेरणा का स्रोत बन गया है। यह उपलब्धि न केवल उनके परिवार, बल्कि पूरे समाज के लिए गर्व का पल है । लक्ष्मी प्रजापत अनाराम प्रजापत एवं श्रीमती मोहिनी देवी प्रजापत की पौत्री और संपत कुमार प्रजापत एवं श्रीमती धनपति देवी प्रजापत की सुपुत्री हैं। वे बरपेटा रोड गीता अध्ययन शाला की मेधावी छात्रा हैं और अपने ज्ञान और समर्पण से हमेशा से अपने शिक्षकों और परिवार का नाम रोशन करती आई हैं। इस असाधारण उपलब्धि ने साबित कर दिया है कि सही दिशा और प्रयासों से कोई भी सपना सच किया जा सकता है। यह पल पूरे समाज के लिए गर्व और प्रेरणा का स्रोत है। बरपेटारोड के सभी नागरिक इस उपलब्धि पर बेहद गर्व महसूस कर रहे हैं और लक्ष्मी प्रजापत को उनके उज्जवल भविष्य के लिए शुभकामनाएं दे रहे हैं।

इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में बरपेटारोड की बेटी लक्ष्मी प्रजापत ने अपना नाम दर्ज कराया
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