मुंबई। महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई के गेटवे ऑफ इंडिया के पास बुधवार को बड़ा हादसा हुआ। गेटवे ऑफ इंडिया के पास से दो नावें एलीफेंटा की ओर जा रही थीं, तभी इनमें से एक नाव नेवी की नाव से टकरा गई। टक्कर लगते ही इनमें से नाव समुद्र में पलटने लगी। इस नाव में चालक दल सहित 85 यात्री सवार थे। हादसे की सूचना मिलते ही नौसेना, जेएनपीटी, तटरक्षक बल, पुलिस और स्थानीय मछुआरों की नौकाओं की मदद से रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया। रेस्क्यू टीम ने नाव में सवार 80 लोगों को बाहर निकाला, जबकि पांच लापता हैं । अभी इनकी तलाश की जा रही है। हादसे में अभी तक 13 यात्रियों की मौत हुई है। वहीं बचाए गए लोगों में से भी तीन की मौत हो गई, जबकि दो की हालत गंभीर है। बता दें कि गेट ऑफ इंडिया को देखने के लिए हर दिन हजारों पयर्टक मुंबई आते हैं। भारत के प्रथम द्वार कहे जाने वाले गेट ऑफ इंडिया को देखने के बाद कुछ पर्यटक एलीफेंटा गुफाओं को देखने के लिए भी जाते हैं। एलीफेंटा तक पहुंचने के लिए पर्यटकों को नाव से यात्रा करनी पड़ती है। बुधवार दोपहर पर्यटकों से भरी दो नावें एलीफेंटा की ओर जा रही थीं। इन दोनों नावों में से एक नौसैनिक (नेवी) नाव से टकरा गई और समुद्र में पटलने लगी। पलटी नाव का नाम नीलकमल है। इस नाव में चालक सहित 85 यात्री सवार थे। बीएमसी ने बताया कि उरण, कारंजा इलाके में नाव पलट गई। नौसेना, जेएनपीटी, तटरक्षक बल, पुलिस और स्थानीय मछुआरों की नौकाओं की मदद से बचाव अभियान शुरू कर दिया गया। हादसे की जांच भी की जा रही है। नाव में चालक दल समेत कुल 85 यात्री सवार थे। अब तक 80 लोगों को बचा लिया गया है और 5 लोग लापता हैं। अस्पताल में भर्ती पांच लोगों की हालत गंभीर थी, जबकि 13 यात्रियों की मौत हो चुकी है। नीलकमल बोट के मालिक राजेंद्र परते ने बताया कि नेवी की स्पीड बोट आई। उसने नाव को टक्कर मारी। वहीं हादसे की जानकारी मिलते ही इलाके की अन्य नावें मौके पर पहुंच गईं। उन्होंने रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया। हादसे को लेकर मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़णवीस ने कहा कि खबर मिली है कि एलिफेंटा जा रही नीलकमल नाव दुर्घटनाग्रस्त हो गई है। तत्काल सहायता के लिए नौसेना, तटरक्षक बल, बंदरगाह, पुलिस टीमों की नौकाएं भेजी गई हैं। हम जिला एवं पुलिस प्रशासन से लगातार संपर्क में हैं। सौभाग्य से नाव पर सवार अधिकांश लोगों को बचा लिया गया है। हालांकि, बचाव कार्य अभी भी जारी है ।