विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में भविष्य के पथप्रदर्शक हैं छात्र : डॉ. एस सोमनाथ

गुवाहाटी (हि.स.)। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के अध्यक्ष डॉ. एस. सोमनाथ ने सोमवार को गुवाहाटी में चल रहे इंडिया इंटरनेशनल साइंस फेस्टिवल के तीसरे दिन स्टूडेंट साइंस इंटरएक्टिव प्रोग्राम – फेस टू फेस विद न्यू फ्रंटियर्स इन साइंस एंड टेक्नॉलोजी में भाग लिया, जहां उन्होंने स्कूली छात्रों के साथ बातचीत की और उन्हें विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी में करियर तलाशने तथा अंतरिक्ष अनुसंधान के क्षेत्र में नवाचार करने के लिए प्रेरित किया। सत्र के दौरान डॉ. एस. सोमनाथ ने कहा कि विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में छात्र और युवा भविष्य के पथप्रदर्शक हैं। उन्होंने कहा कि विज्ञान के क्षेत्र में नित नये दिन हो रहे उल्लेखनीय नवाचारों और प्रगति को समझना उनके लिए आवश्यक है। उनकी क्षमता और उनके द्वारा प्रस्तुत अवसरों को पहचानकर, छात्र समान पथ पर चलने के लिए प्रेरणा प्राप्त कर सकते हैं और एक उज्ज्वल कल के निर्माण में योगदान दे सकते हैं। उन्होंने कहा कि हमारे वर्तमान वैज्ञानिक और तकनीकी प्रयासों को दर्शाते हुए, आपका उत्साही जुड़ाव भारत को वैश्विक नेता बनाने के दृष्टिकोण को साकार करने में महत्वपूर्ण है। छात्र विज्ञान इंटरैक्टिव कार्यक्रम – विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी में नई सीमाओं से रूबरू नामक इस सत्र का उद्देश्य 4,500 स्कूली छात्रों को प्रसिद्ध भारतीय वैज्ञानिकों से जोड़ना है, जिनमें इसरो के अध्यक्ष डॉ. एस. सोमनाथ और एयरोनॉटिकल सिस्टम्स के पूर्व महानिदेशक प्रो. टेसी थॉमस शामिल हैं। इसका उद्देश्य आमने-सामने प्रश्नोत्तर सत्रों के माध्यम से युवा दिमागों को प्रेरित करना है, उन्हें विज्ञान और प्रौद्योगिकी के नए क्षेत्रों से परिचित कराना है।

विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में भविष्य के पथप्रदर्शक हैं छात्र : डॉ. एस सोमनाथ
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